मथुरा जिले में बरसाना क्षेत्र के गांव डभाला में दबंगों अपनी दबंगई दिखाते हुए शव का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया और गुरुवार को आठ घंटे तक वाल्मीकि समाज की युवती के शव को लेकर परिजन भटकते रहे। बाद में पुलिस की मौजूदगी में परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार किया।
सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद शव का अंतिम संस्कार हो सका। श्याम और भगवान सिंह ने बताया कि गांव के दबंगों ने उनकी श्मशान भूमि पर कब्जा कर लिया है। सरकारी कागजों में उक्त भूमि श्मशान में दर्ज है। 10 साल पहले भी गांव के दबंगों ने एक मासूम का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया था।
दबंगों का कहना था कि यह भूमि उनकी है। ग्रामीण मनोज ने बताया कि 262 खसरा में यह भूमि सिर्फ आबादी में दर्ज है। जबरन वाल्मीकि समाज के लोग यहां अंतिम संस्कार करते हैं। यहां हमारे घर हैं। प्रधान प्रतिनिधि सतवीर गुर्जर ने कहा कि वाल्मीकि समाज के लिए श्मशान भूमि शीघ्र चिन्हित की जाएगी। दोनों पक्षों को बैठा कर मामले को सुलझाया जाएगा।
गोवर्धन एसडीएम राहुल यादव ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा श्मशान भूमि पर कब्जे की सूचना पर राजस्व टीम को गांव में भेजा गया। शीघ्र ही दोनों पक्षों को बैठा कर मामले को सुलझाया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक गांव डभाला की करिश्मा (20) की बीमारी से मौत हो गई थी। गुरुवार को वाल्मीकि समाज के लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान ले गए थे। दबंगों ने वहां उसका अंतिम संस्कार नहीं करने दिया।