Vrindavan Temples: अगर आप भी घूमने जा रहे हैं श्री कृष्ण नगरी वृंदावन तो जरूर करें इन मंदिरों के दर्शन
अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं और आप भी वृंदावन जाने को सोच रहे हैं तो आप भी अपना यह सपना पूरा कर सकते हैं. वृंदावन को कौन नहीं जानता है, यह श्रीकृष्ण की पावन नगरी है
Vrindavan Temples: अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं और आप भी वृंदावन जाने को सोच रहे हैं तो आप भी अपना यह सपना पूरा कर सकते हैं. वृंदावन को कौन नहीं जानता है, यह श्रीकृष्ण की पावन नगरी है और हर कोई यहां जाने के लिए बेताब और बेसब्र रहता है. अगर आप भी इस बार गर्मियों में वृंदावन जाने की सोच रहे हैं तो इन मंदिरों के दर्शन जरूर करें. उत्तर प्रदेश के शहर मथुरा का नाम सुनते ही श्री कृष्ण की जन्मभूमि याद आ जाती है. वही वृंदावन बाल गोपाल की शरारतो के लिए याद किया जाता है. श्री कृष्ण का एहसास दिलाते इस शहर मे हर साल कई लोग देश-विदेश से घूमने आते हैं। यहां कई ऐसे स्थान हैं जहां जीवन में आपको एक बार जरूर घूमना चाहिए।
अगर आप भी वृंदावन जाने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको बताएंगे कि वृंदावन में ऐसे कौन से मंदिर हैं जिन्हें आपको जरूर घूमना चाहिए।
बांके बिहारी मंदिर
उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर वृंदावन में आपको भगवान श्री कृष्ण की मौजूदगी का एहसास हो जाएगा। यहां श्रीकृष्ण को समर्पित कई सारे ऐसे स्थान हैं जो देखने में बेहद सुंदर है और जिनकी अपनी अलग कहानी है। ऐसे में बांके बिहारी मंदिर सबसे बड़ा और पवित्र मंदिर माना जाता है। इसकी अपनी अलग ही महत्वता है। यहां मंदिर हजारों साल पुराना है। यहां हजारों लाखों दर्शनार्थी दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। इस मंदिर में आपको राजस्थान शैली की झलक देखने को मिलेगी।
प्रेम मंदिर
वृंदावन का प्रेम मंदिर अपने आप में खूबसूरती का एक बेहतरीन नमूना है। साल 2001 में इस मंदिर को जगदगुरू श्री कृपालुजी महाराज द्वारा बनाया गया था। प्रेम का ये मंदिर राधा कृष्ण के साथ-साथ राम सीता को भी समर्पित किया गया है। यहां पर आप रात में घूमने जरूर जाएं यहां पर रात का अपना एक अलग ही नजारा देखने को मिलता है।
इस्कॉन मंदिर, वृंदावन
वृंदावन में स्थित इस्कॉन मंदिर यहां के आने वाले लोगों के बीच आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। इसके संस्थापक स्वामी प्रभुपाद थे जिन्होंने खुद इसकी नींव रखी थी। यह देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी भक्त दर्शन करने आते हैं और श्री कृष्ण के रूप में रम जाते हैं ।इस मंदिर श्री कृष्ण बलराम मंदिर के रूप में भी जाना जाता है।
गोविंद देव मंदिर
इस मंदिर को राजा मानसिंह ने 1590 में बनवाया था। ऐसा माना जाता है कि वृंदावन के पुराने मंदिरों में से गोविंद देव जी का मंदिर एक है। अपने दौर में यह मंदिर 7 मंदिर का हुआ करता था लेकिन मुगल काल के दौरान तत्कालीन मुगल बादशाह औरंगजेब ने इस मंदिर की चार मंजिलों को गिरवा दिया था तब से लेकर आज तक यह मंदिर केवल 3 मंजिल का ही है।
श्री रंगनाथ मंदिर
वृंदावन-मथुरा मार्ग पर स्थित श्री रंगनाथ मंदिर वृंदावन के प्रमुख मंदिरों में से एक है। यह मंदिर अपनी दक्षिण शैली की बनावट के लिए काफी मशहूर है। साथ ही यहां का मुख्य आकर्षण दूल्हे के रूप में मौजूद कृष्ण की मूर्ति है। यह मंदिर खासतौर पर एक दक्षिण भारतीय वैष्णव संत- भगवान श्री गोदा रणगमन्नार और कृष्ण के अवतार- भगवान रंगनाथ को समर्पित है।