यूपी के मथुरा में बड़ी बहन की मौत से छोटी बहन को लगा सदमा, शव के पास रोते हुए दे दी जान
किसी अपने की मौत का असर इंसान पर इतना गहरा हो जाता है कि उसके वियोग में मौत तक हो जाती है.
मथुरा. किसी अपने को खो देने (मौत) का असर इंसान पर इतना गहरा हो जाता है कि उसके वियोग में उसकी जान तक चली जाती है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मथुरा (Mathura) में ऐसी ही घटना सामने आई है. यहां के चौमुहां इलाके में एक महिला को बड़ी बहन की मृत्यु से इतना सदमा पहुंचा कि उसने उनके शव के पास ही रोते हुए अपने प्राण त्याग दिए. मथुरा से तकरीबन 15 किलोमीटर दूर जैंत गांव के निवासी राम सिंह की दो बेटियों की उम्र में नौ साल का अंतर था. 50 साल पहले बड़ी बहन मोहन देवी की शादी चौमुहां गांव के निवासी केशवदेव से हुई. छोटी बहन शीला की शादी भी उसी परिवार में हुई थी.
11 सितंबर की है घटना
बताया जाता है कि बुधवार 11 सितंबर को लंबी बीमारी के चलते मोहन देवी का निधन हो गया. शीला को अपनी बड़ी बहन की मौत का गहरा आघात लगा. मोहन देवी के शव से लिपट कर रोती शीला अचानक खामोश हो गई. जब ये हुआ तब मोहन देवी के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की तैयारी की जा रही थी.
एक साथ निकली दोनों बहनों की शव यात्रा
जब शीला के रोने की आवाज काफी देर तक नहीं आई और वो वहां से हटी नहीं, तब लोगों को शक हुआ. जब परिजन शीला को बुलाने लगे तब कोई उत्तर नहीं मिला. इसके बाद जब शीला को हटाया गया तो पता चला कि वो दम तोड़ चुकी हैं. शोक में डूबे परिजनों ने इसके बाद दोनों बहनों की शवयात्रा एक साथ निकली और उनका अंतिम संस्कार किया.