मुरादाबाद: स्कूल की ऑनलाइन क्लॉस ग्रुप में मासूम ने डाली गाली, स्कूल ने किया ग्रुप से बाहर
सागर रस्तोगी
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक निजी स्कूल से ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर रही एक मासूम छात्रा को लॉक डाउन में ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बनाए गए सोशल साइट्स पर बने व्हाट्सएप्प ग्रुप से बाहर कर दिया गया है। स्कूल प्रशासन का मासूम छात्रा पर आरोप है कि छात्रा ने ऑनलाइन स्कूली ग्रुप पर अपनी क्लॉस टीचर के लिये अपशब्द बोलते हुए ऑडियो पोस्ट कर डाली है। इसी कारण उसे स्कूल की ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले ग्रुप से बाहर कर दिया गया है। वहीं छात्रा के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी को स्कूल मैनेजमेंट ने हमेशा के लिए स्कूल से नाम काटकर बाहर कर उसकी टीसी बना दी है।
लॉक डाउन में ऑनलाइन पढ़ाई के लिये बनाये गए ऑनलाइन ग्रुप में मासूम छात्रा की गाली देने वाली ऑडियो पोस्ट होने के बाद उस ग्रुप से जुड़े अन्य छात्र छात्राओं के अभिभवाकों ने फोन पर स्कूल मैनेजमेंट से शिकायत की है, स्कूल की प्रधानाचार्या मिसेज पारीख का कहना है, ग्रुप में पोस्ट वो ऑडियो इतनी गन्दी भाषा में है की वो बता भी नही सकती हैं, प्रधानचार्य के मुताबिक ग़नीमत ये रही कि वो ग्रुप में हर किसी ने ध्यान से नहीं सुनी है, ऑडियो सुनने के बाद छात्रा की क्लॉस टीचर ने रोते हुये उन्हें आकर जब वो ऑडियो सुनाई तो उन्हें भी शर्म आनी लगी है, इसके बाद बच्ची के माता पिता को स्कूल बुलाया गया, तो वो भी ऑडियो सुनकर शर्मिंदा हो गए, फिलहाल उस बच्ची को ऑनलाइन पढ़ाई ग्रुप से हटा दिया गया है।
वहीं कक्षा चार की मासूम छात्रा के पिता का कहना है कि मेरी बच्ची की ऑनलाइन पढाई चल रही है। दुसरे स्कूल में पढने वाली उसकी सहेली बेटी को अपने साथ अपने घर ले गयी थी, वहां मौजूद एक और बच्ची ने उनकी बेटी से कहा कि वो अपनी मेम को ये शब्द बोल दो, जो गलत शब्द हैं, उनकी बेटी ने वो शब्द दूसरे बच्चे के कहने पर बोलकर ग्रुप में डाल दिए। उनकी मासूम बेटी को तो ये भी नहीं पता है कि ये गाली हैं। उन्होंने स्कूल जाकर टीचर से माफ़ी भी मांग ली है। मासूम छात्रा भी मासूमियत के साथ पूरी बात बताते हुए कह रही है कि मेरी फ्रेंड ने उसे अपने घर बुलाया था, तो वहां उनकी एक और फ्रेंड आई थी। उसने कहा था कि अपनी मेम को ये सब बोल दो , मैंने बोल दिया था, पापा ने डांटा कि ये क्या बोल दिया, मुझे नहीं पता ये गाली है।
छात्रा के पिता का आरोप है कि स्कूल में उन्हें बुलाकर यह कहा गया कि उनकी बेटी अब उनके स्कूल में नहीं पढ़ पाएगी और छात्रा की टीसी बनाकर उनके पिता को दी जाने लगी, तब छात्रा के पिता ने टीसी लेने से इनकार कर दिया, छात्रा के पिता के मुताबिक स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि अगर आप टीसी नहीं लेंगे तो वह डाक से भेज देंगे। छात्रा के पिता का कहना है उनकी बेटी 9 साल की है वो मासूम है। उसने किसी के बहकावे में आकर यह गलती कर दी है। जिसके लिए उन्होंने हाथ जोड़कर माफी मांग ली है। लेकिन स्कूल उनकी बेटी को जबरन स्कूल से बाहर कर रहा है जिससे उनकी बेटी का एक साल खराब हो जाएगा छात्रा के पिता के मीडिया के सामने जाने की जानकारी मिलने के बाद स्कूल ने भी अभी छात्रा को सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई ग्रुप से बाहर करने की बात कबूली है। स्कूल से नाम काटने की बात प्रधानाचार्य की तरफ से नहीं कही गई है।