मुरादाबाद पहुंचे नासिर कुरैशी अपने सपा का सिपाही बताते रहे लेकिन अपना दर्द छिपा नही पाए और बोले..
मुरादाबाद लोकसभा सीट के लिए सपा-बसपा गठबंधन के बीच चल रही रस्साकसी मे फिर से नया मोड़ उस समय आ गया जब मीट कारोबारी नासिर कुरैशी को उम्मीदवार घोषित करने के दूसरे दिन ही उनसे सिंबल वापस लेकर उनके स्थान पर पूर्व मेयर एसटी हसन के नाम की घोषणा पार्टी हाईकमान ने कर दी गई.
लोकसभा 2019 के चुनावी समर में सभी राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंक रखी हैं. मुरादाबाद लोकसभा सीट की बात करे तो भाजपा ने अपने सांसद कुँवर सर्वेश सिंह पर विश्वास दिखाते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया हैं. उनके नाम की घोषणा के बाद से दूसरे दलों में हलचल मची हुई हैं.
जहाँ तक कोंग्रेस की बात हैं तो अपना प्रत्यासी बदल चुकी हैं और बड़ी जद्दोजहद के बाद सपा-बसपा गठबंधन ने बड़े मीट कारोबारी हाजी नासिर कुरेशी पर दांव खेला. दो दिन पहले ही उन्हें मुरादाबाद लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित कर दिया. टिकिट मिलने के बाद से ही मुरादाबाद के सपाईयों में खलबली मच गई और वो नासिर कुरैशी को पचा नही पाए.
पूर्व मेयर एसटी हसन भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास पहुँच गए. चौबीस घण्टे तक मीट कारोबारी के टिकिट कटवाने में कामयाब भी हो गए. सपा का सिंबल वापस कर देर रात नासिर कुरैशी वापस मुरादाबाद लौटे तो अपने आप को सपा का सिपाही बताते रहे लेकिन अपना दर्द छिपा नही पाए. टिकिट कटने पर जब उनसे पूछा गया तो बोले कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खान के कहने से एसटी हसन को टिकिट देना हैं और दिया भी गया .