किशोरी को अगवाकर किया गैंगरेप फिर निर्वस्त्र हालत में सड़क पर दौड़ाया पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
मुरादाबाद में भोजपुर थाना क्षेत्र में पांच युवकों ने मेला देख कर लौट रही किशोरी को रास्ते से अगवा कर गैंगरेप किया और बाद में उसे निर्वस्त्र हालत में सड़क पर दौड़ाया। चीखती-चिल्लाती शर्मसार किशोरी किसी तरह घर पहुंची। घटना के बाद टालमटोल कर रही भोजपुर थाना पुलिस ने सात दिन बाद एसएसपी के आदेश पर केस दर्ज किया था। मंगलवार को एक महिला द्वारा घटना का वीडियो ट्विटर पर डाले जाने के बाद सनसनी मच गई है। पुलिस कानूनन कार्रवाई का दम भर रही है।
भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव निवासी 15 वर्षीय किशोरी एक सितंबर को शाम करीब सात बजे गांव के पास लगे छड़ी के मेले में गई थी। आरोप है कि वह मेले से लौट रही थी तभी भोजपुर के गांव इस्लामनगर निवासी आरोपी नितिन, कपिल, अजय, नौशे अली और इमरान ने उसे अगवा कर लिया। दो बाइकों से पहुंचे आरोपी किशोरी को जबरन उठाकर अपने साथ गांव सैदपुर खद्दर के जंगल में पहुंच गए। वहां आरोपियों ने किशोरी के साथ गैंगरेप किया।
वहां पास ही एक व्यक्ति खेतों में पानी लगा रहा था। चीख सुनकर वह पहुंचा तो आरोपी वहां से भागने लगे। वे बाइक से थे जबकि उन्होंने पीड़िता को निर्वस्त्र सड़क पर भागने को विवश किया। यह शर्मसार कर देने वाली वीडियो मंगवार को ट्वीट के बाद सामने आई। जबकि इसके पहले पुलिस इस मामले को हल्के में लेती रही। घटना वाले दिन किशोरी के घर पहुंचने पर उसकी बड़ी बहन ने तत्काल इसकी सूचना अपने ठाकुरद्वारा के निवासी फूफा को दी,
क्योंकि किशोरी के माता-पिता मंदबुद्धि हैं। फूफा ने ही भोजपुर थाने पर पहुंच कर मामले की शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने जांच करने की बात कह कर टरका दिया। छह दिन इंतजार करने के बाद पीड़ित पक्ष छह सितंबर को एसएसपी हेमंत कुटियाल से मिला। उनके निर्देश पर सात सितंबर को भोजपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया। इस मामले में अब तक सिर्फ एक आरोपी नौशे अली को गिरफ्तार किया जा सका। जबकि अन्य चारों नामजद आरोपी को अब तक पुलिस की पकड़ में नहीं आए। उधर, एसपी देहात संदीप कुमार मीणा ने भी एक वीडियो ट्वीट में पुलिस का पक्ष रखा है।
उनका कहना है कि सात सितंबर को भोजपुर थाने में लड़की के फूफा ने तहरीर दी थी। तत्काल केस दर्ज कर किशोरी और उसके माता-पिता के 161 और 164 के बयान कराए गए। जिसमें दोनों ने इस प्रकार की घटना होने से इंकार किया। इसके बावजूद साक्ष्यों के आधार पर एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है।