अखिलेश के जिन्ना वाले बयान पर बोले योगी आदित्यनाथ: जिन्ना से सरदार पटेल की तुलना करना शर्मनाक है, ये तालिबानी मानसिकता है
मुरादाबाद: भारत के किसी हिस्से में चुनाव हो और वहां पर मोहम्मद अली जिन्ना, जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी और वीर सावरकर की चर्चा हो ऐसा अभी तक तो हुआ नहीं, भविष्य में होने की संभावना भी नहीं ! उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव कुछ महीनों के बाद आरंभ होने जा रहे हैं चुनाव आयोग कब नीति निर्देशिका जारी कर दे कुछ नहीं पता। इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश में एक बार फिर जिन्ना की एंट्री हो गई है।
अखिलेश यादव रविवार को हरदोई में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जनसभा में अखिलेश ने भारत की आज़ादी का जिक्र करते हुए कहा, "सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और जिन्ना एक ही जगह पढ़कर आए थे और बैरिस्टर बने। उन्होंने आज़ादी दिलाई और संघर्ष से पीछे नहीं हटे।"
बस फिर क्या था, बीजेपी वालो को इससे अच्छा अवसर मिल पाता उन्होंने टि्वटर ,व्हाट्सएप ,फेसबुक ,इंस्टाग्राम सब जगह अखिलेश की खिंचाई शुरू कर दी। हो भी क्यों न? आखिर जिन्ना जो इन्हें भारत-पाक स्वतंत्रता के प्रतीक नजर आते हैं।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव के इसी बयान पर आज पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा, 'जिन्ना से सरदार पटेल की तुलना करना शर्मनाक है। ये तालिबानी मानसिकता है। देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। जनता ने विभाजनकारी सोच को नकारा है। अखिलेश यादव को जनता से माफी मांगनी चाहिए।"