बिलारी। हम जैसे लोग सड़क पर आंदोलन करते हैं। कारपोरेट वालों के टूल अलग होते हैं। अगर कोई तकनीक का अस्त्र इस्तेमाल करता है तो इसमें क्या बुराई है। दिशा रवि जैसे युवा जल जंगल और उसमें रहने वाले जानवरों का बचाने का काम करते हैं। अगर वह तकनीक का इस्तेमाल करते हैं तो इसमें लगत क्या है।
किसान महापंचायत में पहुंची नर्मदा बचाओ आंदोलन की मुखिया और वरिष्ठ समाजसेवी मेधा पाटेकर ने टूल किट मामले में इसी तरह का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ वह खड़ी हैं। देश का मजदूर किसान सरकार के खिलाफ अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है ।
सरकार द्वारा आंदोलनकारियों के बीच विभिन्न तरह के भ्रम फैलाए जा रहे हैं। सरकार की मंशा है कि किसी भी प्रकार यह आंदोलन खत्म होना चाहिए। अब किसान जागरूक है सरकार पूंजीपतियों का साथ दे रही है कृषि कानून के खिलाफ यह आंदोलन बीते लगभग 6 साल से जारी है। गरीब मजदूर किसान को न्याय नहीं मिल रहा।