बेटे की तबियत ठीक ना होने पर ओझा को ही उतारा मौत के घाट
वैशाली में मदरना गांव में अपने ससुराल आए 60 वर्षीय ओझा रामाधार सिंह की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई।
उत्तर प्रदेश से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है| यहां वैशाली में मदरना गांव में अपने ससुराल आए 60 वर्षीय ओझा रामाधार सिंह की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई। बता दें कि ओझा का शव घर के दरवाजे के सामने बने कुएं की नाली में मिला। ओझा मुजफ्फरपुर जिले के थाना सिवाय पट्टी ग्राम खेमकरण पकड़ी का रहने वाला था। हत्या का कारण एक लड़के की तबीयत ठीक नहीं होना बताया जा रहा है।
वारदात की खबर सुनकर परिजनों और आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मौके पर घटना की सूचना पाकर पहुंचे उनके लड़के संजय कुमार सिंह एवं राज किशोर सिंह ने बताया कि 21 तारीख को उनके घर से मनीष कुमार बुलाकर लाया था।
स्थानीय लोगों के अनुसार रात में झाड़-फूंक का भी काम हुआ था। ओझा की सरहज सुनीता देवी ने वैशाली थाने में सात लोगों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है।
रिपोर्ट में मनीष कुमार, सतीश कुमार रोहित कुमार, अभिषेक कुमार, उसकी माता सीता देवी, पिता हरिवंश सिंह एवं हरिवंश सिंह के साढ़ू रघुनाथ सिंह सभी ग्राम बिशुनपुर को नामजद किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार घटना का कारण झाड़-फूंक ही है।
नामजद अभियुक्त हरिवंश सिंह के छोटे बेटे का तबीयत अक्सर खराब रहती थी। ओझा उसका इलाज एक साल से करता आ रहा है। हरिवंश सिंह और उनके लड़के को शक हुआ कि ओझा ही उसे बीमार करके रखा है। इसी कारण उसके सिर पर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई।
प्रभारी थानाध्यक्ष श्रीकान्त सिंह ने बताया कि नामजद अभियुक्त रोहित कुमार और अभिषेक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया है।