पुलिस ने दलित परिवार के घर पर कराया कब्जा, पुलिस चौकी लाइन हाजिर
पुलिस ने उमराव की तरफ से पार्टी बनकर महादेव और उसके परिवार को घर से बेदखल कर दिया...
उत्तर प्रदेश से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां कानपुर के बर्रा में ईडब्ल्यूएस कॉलोनी में खरीद-फरोख्त को लेकर महादेव और उमराव के बीच विवाद हुआ था। इस मामले में दोनों तरफ से मुकदमेबाजी हुई। बता दें कि आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने उमराव की तरफ से पार्टी बनकर महादेव और उसके परिवार को घर से बेदखल कर दिया। इस मामले की शिकायत हुई तो पुलिस कमिश्नर ने जांच बिठा दी। एडीसीपी साउथ मनीष सोनकर की जांच में हकीकत सामने आ गई। एडीसीपी ने यादव मार्केट चौकी में तैनात सभी पुलिस कर्मियों को हटाने की संस्तुति की। इस पर कार्रवाई करते हुए डीसीपी ने पूरी यादव मार्केट चौकी को लाइन हाजिर कर दिया। सभी को लाइन में आमद कराने के लिए तत्काल कार्यमुक्त कर देने का आदेश दिया गया है।
चौकी प्रभारी समेत कुल 14 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए हैं। एसीपी और इंस्पेक्टर की भूमिका की भी जांच चल रही है। इन पर 12 अप्रैल के बाद निर्णय लिया जाएगा। लाइन हाजिर पुलिस कर्मियों की विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
ये हुए हैं लाइन हाजिर
चौकी इंचार्ज आशीष कुमार मिश्रा, एसआई राहुल कुमार गौतम, जयवीर सिंह, हेड कांस्टेबल गणेश कुमार, कमला पती, प्रदीप कुमार, शिव प्रताप सिंह, सिपाही लोकेश कुमार, नवनीत राजपूत, अश्वनी कुमार, भूपेन्द्र दीक्षित, नागेन्द्र सिंह चौहान, अतुल कुमार और जितेन्द्र सिंह।
पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा के अनुसार जांच रिपोर्ट के आधार पर चौकी को लाइन हाजिर किया गया है। इंस्पेक्टर और एसीपी की जांच जारी रहेगी। 12 अप्रैल के बाद कार्रवाई पर फैसला होगा।