शामली में क्वारंटाइन के बाद 15 जमाती गिरफ्तार, 12 विदेशी नागरिक
एसपी विनीत जयसवाल ने बताया कि तबलीगी ज़मात के 12 बांग्लादेशी सदस्य टूरिस्ट वीजा पर आए थे और परन्तु वीजा नियमों का उल्लंघन कर धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे थे.
शामली. निजामुद्दीन मरकज में इकट्ठे हुए तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के लोगों का देशभर में फैल जाना कोरोना के संक्रमण को तेजी से फैलाने के साथ ही सभी के लिए आफत बन गया. इसी कड़ी में सोमवार को उत्तर प्रदेश के शामली में पुलिस ने 15 जमातियों को गिरफ्तार किया है. इन सभी के खिलाफ थानाभवन में एक महीने पहले टूरिस्ट वीजा उल्लंघन सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसके बाद इन सभी को शामली जिले में ही क्वारंटाइन करके रखा गया था. वहीं क्वारंटाइन की अवधि समाप्त होने पर आज इन लोगों को जेल भेज दिया गया.
दरअसल 12 विदेशी नागरिक टूरिस्ट वीजा लेकर शामली पहुंचे थे, लेकिन धर्म का प्रचार कर रहे थे. जबकि 3 लोग असम के रहने वाले थे. पूरा मामला जिले के थाना भवन थाना क्षेत्र का है. जानकारी के अनुसार 15 लोगों की जमात भैसानी इस्लामपुर गांव की मक्का मस्जिद में बाहर से आकर रुकी थी. इनमें 12 बांग्लादेशी थे, जो टूरिस्ट वीजा लेकर शामली पहुंचे थे.
शामली के एसपी विनीत जयसवाल ने बताया कि तबलीगी ज़मात के 12 बांग्लादेशी सदस्य टूरिस्ट वीजा पर आए थे और परन्तु वीजा नियमों का उल्लंघन कर धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे थे. पुलिस द्वारा विवेचनात्मक कार्यवाही करते हुए आज क्वारंटाइन अवधि पूर्ण होने पर 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया. कोर्ट ने सभी 15 अभियुक्तों को 14 दिवस की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है.
सीएम योगी का सख्त रुख
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'आज उत्तर प्रदेश या देश में जहां कहीं भी कोरोना वायरस संक्रमण देखने को मिला है, उसके पीछे तबलीगी जमात है. अगर उन्होंने इस बीमारी को छिपाया नहीं होता और इसके संवाहक बनकर वे जगह-जगह नहीं गए होते तो संभवत: हमलोग लॉकडाउन के प्रथम चरण में ही संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित कर चुके होते.' उन्होंने आगे कहा कि तबलीगी जमात ने जो अपराध किया है, उसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.'