लेखपाल को एंटी करप्शन की टीम ने किसान से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. किसान की जमीन का दाखिल खारिज कराने की एवज में सर्वे लेखपाल द्वारा 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। किसान की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने सर्वे लेखपाल को किसान से रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया हैं।
हरियाणा के झज्जर निवासी किसान राजेश कुमार ने कैराना तहसील के गांव सहपत में खेती के लिए 4 बीघा जमीन खरीदी थी। जमीन के दाखिल खारिज कराने के एवज में सर्वे लेखपाल जमुना प्रसाद द्वारा किसान से 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। किसान ने मेरठ की एंटी करप्शन टीम को सर्वे लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत की गई। जिसके बाद शुक्रवार को मेरठ की एंटी करप्शन की टीम इंस्पेक्टर अशोक कुमार के नेतृत्व में कैराना तहसील पहुंची। तथा एंटी करप्शन की टीम ने अपना जाल बिछाया।
डीएम जसजीत कौर की अनुमति लेने के बाद एंटी करप्शन की टीम ने किसान के हाथों पर केमिकल लगाकर सर्वे लेखपाल के ऑफिस में भेजा। किसान ने सर्वे लेखपाल को 10 हजार रुपये की रिश्वत दी। जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी सर्वे लेखपाल जमुना प्रसाद को रंगे हाथ पकड़ लिया।
इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता किसान राजेश कुमार पुत्र देवीराम निवासी झज्जर ने एंटी करप्शन कार्यालय मेरठ पर आकर शिकायत की थी कि उसकी भाभी गीता के नाम उन्होंने एक जमीन खरीदी थी। उसका दाखिला खारिज करने के लिए लेखपाल 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा हैं। सर्वे लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया हैं। वही एंटी करप्शन की टीम द्वारा सर्वे लेखपाल के खिलाफ कार्यवाही के बाद तहसील में मौजूद अधिकारियों में हड़कंप मच गया। एंटी करप्शन की टीम सर्वे लेखपाल को गिरफ्तार कर कोतवाली पहुंच गई तथा आगे की कार्यवाही में जुट गई हैं।