कृषि बिल के विरोध में कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की गिरफ्तारी

Update: 2020-12-08 09:48 GMT

शामली शहर के अजंता चौक पर कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर भारत बंद के आह्वान के बाद चक्का जाम कर रहे राष्ट्रीय लोक दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को शामली कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वही एसडीएम सदर व सीओ सिटी पुलिस फोर्स के साथ सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर शामली कोतवाली लेकर पहुंचे है। जबकि जनपद में धारा 144 लागू होने के बावजूद पुलिस व प्रशासन ने भी कमर कसते हुए राजनीतिक पार्टियों को आंदोलन ना करने की चेतावनी दी थी। जिसके चलते आज शामली में धरना प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम कर रही कि राजनीतिक पार्टियों को पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गिरफ्तार किया गया है। वही धरना प्रदर्शन करते हुए ट्रैक्टर पर आरएलडी के लगे झंडे को भी पुलिस ने उतरवा दिया है।

दरअसल आपको बता दे कि आज 8 दिसंबर को कृषि बिल के विरोध में किसानों द्वारा जमकर आंदोलन किया जा रहा है। जिसमें सरकार द्वारा पास मिये हए कृषि बिल में बदलाव करने की मांग को लेकर किसान सड़को पर डटे हुए हैं। वहीं प्रदेश भर में हो रहे किसानों के इस आंदोलन में राजनीतिक पार्टियों का भी समर्थन मिल रहा है। जहाँ आज शामली जनपद में राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा मेरठ करनाल हाईवे के अजंता चौक पर कृषि बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया है। वहीं किसानों का यह धरना प्रदर्शन प्रशासनिक अनुमति के बिना किया गया है जिसके चलते पुलिस ने कृषि बिल के विरोध पर धरना दे रहे राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करते हुए अस्थाई जेल में भेज दिया है।

 केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए बनाए गए कृषि बिल को किसानों द्वारा काला कानून माना जा रहा है। जिसके लिए किसानों द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है। वही आज समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल व कई अन्य पार्टियों ने कृषि बिल के विरोध में किसानों के इस आंदोलन में अपना सहयोग दिया है। वही 8 दिसंबर के भारत बंद आंदोलन को देखते हुए जनपद शामली में प्रशासन द्वारा धारा 144 लागू की गई है। लेकिन फिर भी जनपद में राजनीतिक पार्टियों ने मेरठ करनाल हाईवे, पानीपत खटीमा मार्ग सहित जनपद की सभी सड़कों पर धरना प्रदर्शन करते हुए आंदोलन किया है। वही पुलिस और प्रशासन ने आंदोलन कार्यों को हिदायत देते हुए सड़के जाम ना करने की हिदायत दी थी। जिसके बाद पुलिस ने आंदोलन कर रही राजनीतिक पार्टियों को गिरफ्तार करते हुए उन्हें अस्थाई जेल में भेज दिया है। अब देखना होगा कि किसानों द्वारा चक्का जाम करते हुए दिए जा रहे आंदोलन का सरकार पर क्या असर पड़ता है?

राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर पूर्व विधायक नवाजिश आलम का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित में बनाए गए तीनों काले कानूनो का आज राष्ट्रीय लोकदल जमकर विरोध कर रहा है। जिसके चलते हमारी पार्टी के जिलाध्यक्ष को पुलिस द्वारा नजर बंद किया गया है। वही अब पुलिस द्वारा हमें भी जबदस्ती उठाकर जेल में भेजा जा रहा है। लेकिन राष्ट्रीय लोकदल किसी भी प्रकार से डरने वाली नहीं है और देश में चल रहे आंदोलन का खुलकर सहयोग करती है।

जनपद शामली में जगह-जगह चक्का जाम कर आंदोलन कर रही राजनीतिक पार्टियों को हिरासत में लिए जाने के मामले में पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव का कहना है कि आज के इस आंदोलन में राजनीतिक पार्टी द्वारा कोई अनुमति नई ली गई है। यहां शामली में जो धरना प्रदर्शन किया जा रहा था वह बिना अनुमति के किया जा रहा था। जिसके चलते पुलिस द्वारा सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार करते हुए अस्थाई जेल में भेज दिया है।

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