रोजगार और उद्योग धंधों के लिए बीजेपी सरकार के पास नहीं है पैसा - पंचायती राज विभाग मंत्री बीजेपी सरकार
शामली पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायती राज विभाग मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बयान देते हुए साफ तौर पर कहा है कि रोजगार और उद्योग धंधों के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है। देश को विकास की ओर बढ़ाना है। रोजगार खेती में निवेश के आधार पर ही बढ़ेगा। लेकिन रोजगार और जो गंद ओके लिए सरकार के पास पैसा नहीं है। वही पंचायती राज विभाग मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि देश में स्वास्थ्य सेवाएं उचित मात्रा में उपलब्ध नहीं है। इसकी वजह से ही देश में लोक डाउन लगाना पड़ा था। इतना ही नही अपनी सरकार के विकास कार्यों की सराहना करते हुए मंत्री ने विपक्षी पार्टी पर अभी जमकर निशाना साधा है। जिसमें उन्होने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मुलायम सिंह यादव और आजम खां पर वीआईपी कल्चर के तहत बिजली का आनन्द लेने की बात कही है।
वही मंत्री ने किसानों द्वारा कृषि बिल पर दिए जा रहे धरना आंदोलन पर कहा कि सरकार कृषि के क्षेत्र की व्यापकता को देखते हुए उसमें निवेश लाना चाहती है। कृषि में पैसे के माध्यम से उसका व्यवसायीकरण करना चाहती है। यहाँ देखा जाए तो सरकार कृषि कानून को केवल और केवल पैसे के व्यवसायीकरण के लिए ही देश में लागू कर रही है। क्योंकि सरकार के पास जब पैसा ही नहीं है तो वह कैसे पैसे के निवेश एक रिसीव जो धंधों को बड़ा सकती है या फिर कैसे लोगों को रोजगार दे सकती है।
दरअसल आपको बता दें कि आज जनपद शामली में उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायत राज विभाग मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी जिला पंचायत कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने अपनी सरकार के विकास कार्यों की सराहना करते हुए हुए विपक्ष पर जमकर कटाक्ष किया है। लेकिन अपनी सरकार के विकास कार्यों को गिनवाते हुए मंत्री ने यह भी कबूल किया है कि देश में स्वास्थ्य सेवाएं उचित मात्रा में नहीं है जिसकी वजह से देश में लोक डाउन लगा गया था। अब मंत्री जी के बयान से यह साफ जाहिर हो गया है कि देश में लोक डाउन देशवासियों के भले के लिए नहीं लगाया गया था वह बल्कि इसलिए लगाया गया था सरकार के पास स्वास्थ्य सेवाएं उचित मात्रा में नहीं थी। वही स्वास्थ सेवाओं में केंद्र ओर प्रदेश सरकार आज भी पीछे हैं। वही पंचायत राज विभाग के मंत्री ने यह भी स्पष्ट मान लिया है कि रोजगार और उद्योग धंधों को बढ़ाने के लिए बीजेपी सरकार के पास पैसा नहीं है।
अब आप मंत्री जी के बयान से अंदाजा लगा सकते है कि एक तरफ तो सरकार रोजगार को बढ़ावा देने की बात कर रही है वही दूसरी ओर बीजेपी सरकार में मंत्री भूपेंद्र चौधरी खुद बता रहे हैं कि सरकार के पास रोजगार और उद्योग धंधों के लिए पैसा ही नहीं है। जिसके लिए वह कृषि में निवेश के माध्यम से निवेश लाना चाहते है। जब सरकार के पास पैसा ही नहीं है तो ऐसे में सरकार कैसे रोजगार और उद्योग धंधों को बढ़ावा दे सकती है। यह प्रदेश सरकार के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। इतना ही नही मंत्री जी ने विकास कार्यों की सराहना करते हुए यदि बताया कि आज देश में बिजली की जो व्यवस्था है। वह पूर्व की सरकार में नही थी।
पूर्व की सरकार में vip कल्चर के वितरण में लोग vip कल्चर अपनाते थे। जैसे लखनऊ राजधानी इसलिए वहाँ 24 घंटे बिजली मिलती थी, अमेठी व रायबरेली सोनिया गांधी और राहुल गांधी का लोकसभा क्षेत्र है इसलिए वहां पर 24 घंटे बिजली मिलती थी, इटावा समाजवादी पार्टी के बड़े नेता मुलान सिंह का क्षेत्र है इसलिए वहां बिजली मिलती थी ओर रामपुर समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान का क्षेत्र है इस लिए वहाँ 24 घंटे बिजली मिलती थी। बाकी सब जगह बिजली नहीं मिलती थी। हम लोग केवल बिजली का बिल देते थे। वही हमारी सरकार ने vip कल्चर खत्म किया है और समान रूप से बिजली वितरित करने का काम किया है।