निरीक्षण के दौरान नगर पालिका अधिशासी अधिकारी 20 फीट गहरी खाई में गिर कर घायल..

पालिका कर्मचारियो व ठेकेदार ने उन्हे खाई से निकाल कर सरकारी अस्पताल पहुचाया। जहा पर उपचार के बाद उन्हे घर भेज दिया गया।

Update: 2020-12-11 07:32 GMT

-पानीपत बाइपास पर ईश्क वाला तालाब की खुदाई के दौरान हुआ हादसा..

-पालिका कर्मचारियो व ठेकेदार ने अधिशासी अधिकारी का खाई से निकाल कर पहुचाया अस्पताल

शामली: नगर पालिका द्वारा पानीपत बाइपास पर ईश्क वाला तालाब की खुदाई व सफाई के दौरान निरीक्षण करने तालाब पर पहुचे अधिशासी अधिकारी का पैर फिसलने से वह 20 फिट गहरी खाई में गिर गये। पालिका कर्मचारियो व ठेकेदार ने उन्हे खाई से निकाल कर सरकारी अस्पताल पहुचाया। जहा पर उपचार के बाद उन्हे घर भेज दिया गया।

नगर पालिका ने करीब 3 माह पहले कैराना से मामौर झील तक जाने वाले गन्दे पानी के नाले पर ईश्क वाला तालाब से पहले 12 लाख की कीमत में पानी साफ करने के लिए बायो रेमिडेशन प्लांट लगाया था। वही 49 लाख के बजट में पिछले 2 माह से ईश्क वाला तालाब की खुदाई व सफाई का कार्य किया जा रहा है। जिसमें दो माह से एक जेसीबी व तीन ट्रेक्टर ट्राली दिन रात लगी। वही बृहस्पतिवार अपराहन करीब 3 बजे नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी हेमराज पुंडीर तालाब पर कार्य प्रगति का निरीक्षण करने पहुचे। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अधिकारी तालाब की 20 फिट गहरी खाई के पास पास ही चल रहे थे कि अचानक मिटटी में उनका पैर फिसल गया तथा वो खाई में नीचे गिर गये।

अधिशासी अधिकारी के खाई में गिरने पर मौके पर अफरा तफरी मच गई तथा नगा पालिका ठेकेदार हारूण व अन्य कर्मचारियो ने उन्हे खाई से बाहर निकाल कर सरकारी अस्पताल पहुचाया। अधिशासी अधिकारी हेमराज पुंडीर के हाथ, गरदन व चेहरे पर चोटे लगी थी। अस्पताल में उपचार के बाद डाक्टरो ने उन्हे घर भेज दिया। अपने सरकारी आवास टंकी नम्बर एक पर आराम कर रहे अधिशासी अधिकारी ने बताया कि अचानक पैर फिसलने से वो 20 फिट गहरी खाई में गिर गये। उनके पुरे शरीर में दर्द है तथा डाक्टरो ने आराम करने की सलाह दी है।

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