शामली के टपराना में पलायन की खबर का खुलासा, गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपियों ने लगाए पलायन के पोस्टर
शामली: जिले के टपराना में गाँव में जिला बदर आरोपी को गिरफ्तार करने इलाकाई पुलिस गई. जिस पर गाँव के कई लोंगों ने हमला बोल दिया. जिसमें एक दरोगा समेत सिपाही भी गंभीर रूप से घायल हुए थे जिसमें पुलिस की तरफ से कई नामजद और कई अज्ञात लोंगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. पुलिस ने मौके से की लोग गिरफ्तार कर जेल भेजे थे. अब बाकी बचे आरोपियों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है जिससे बचने के उद्देश्य से इन आरोपियों ने अपने मकान के बाहर पोस्टर चस्पा कर दिए है.
इस बात की खबर जब प्रेस को मिली तो गाँव में जाकर सबसे अलग अलग जानकारी ली. इस आधार पर खबर भी लिखी. लेकिन जब आज इस खबर के बारे में जिले के पुलिस अधीक्षक से बातचीत की तो जो बात सामने आई तो सुनकर होश उड़ गए.
आरोपियों के खिलाफ कानूनी गांव टपराना में ग्रामीणों द्वारा लगाए गए यह मकान बिकाऊ है के पोस्टर के मामले में एसपी विनीत जायसवाल का कहना है कि 26 मई को पुलिस गांव टापराना में दो जिलाबदर गोकश को पकड़ने गयी थी. जहाँ घटना के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच झगड़ा हुआ था. जिसमें 30 लोगों को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया था तथा 45 लोगों के खिलाफ नाम दर्ज रिपोर्ट की गई थी. साथ ही 80 लोगों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया था. वही आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है जिसके चलते इन लोगों ने पुलिस की कार्यवाही से बचने के लिए अपने घरों पर यह मकान बिकाऊ है के पोस्टर लगाए हैं. वही पुलिस ने आरोपी की धरपकड़ के लिए टीम गठित की हुई है जिसकी वजह से लगातार कार्रवाई की जा रही है.
बता दें कि शुक्रवार को टपराना गाँव के लोंगों ने शामली की मीडिया को मकान बिकाऊ के पोस्टर लगे होने की बात बताई. जिसे वास्तविक बात मानकर कल खबर चली जिसकी सच्चाई आज सामने आई है . इस तरह की हरकत करने के बाद पुलिस पर प्रेशर बनाकर गिरफ्तारी से बचने के रास्ता आरोपी तलाशते नजर आ रहे है.
क्या था मामला
26 मई को देर रात थाना झिंझाना पुलिस द्वारा ग्राम टपराना में एक शातिर जिलाबदर गोकश के गांव में मौजूद होने तथा गोकशी में लिप्त होने की सूचना पर उसकी गिरफ्तारी हेतु दबिश देकर उसे हिरासत में ले लिया गया जिसे छुड़ाने के लिए अभियुक्त के परिजन समेत सैंकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया. ग्राम टापराना स्थित एक मस्जिद से गांव के ही कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा एलान कर गाँववालों को पुलिस टीम पर हमला कर अभियुक्त को छुड़ाने के लिए उकसाया गया. उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव करते हुए लाठी ,डंडे , सरिया से हमला किया तथा पुलिस टीम पर फायरिंग भी की गई.
अचानक हुए इस हमले में 2 सब-इंस्पेक्टर समेत 3 पुलिसकर्मी घायल हुए. हमले में घायल सब-इंस्पेक्टर का हाथ फ्रैक्चर हुआ तथा अन्य दो के सर और चेहरे पर गहरी चोटें आई. इसके अतिरिक्त हमलावरों द्वारा पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई . सूचना पाकर कई थानों की फ़ोर्स मौके पर पहुंची तथा मौके से उपरोक्त 'जिलाबदर गोकश' अफ़ज़ल समेत 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है. उक्त प्रकरण में 45 नामज़द तथा 80-90 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है. घटना के बाद से ज्यादातर उपद्रवी/अभियुक्त घरों से फ़रार है जिनकी शीघ्र गिरफ्तारी हेतु प्रयास किये जा रहे हैं .