शामली: फलों के राजा आम को निगल गया कोरोना, आम की हालत खराब बाग़ मालिक दाने दाने को मोहताज

बाग मालिक का कहना था कि जिस तरह सरकार गेहूं की फसल पर और अन्य दूसरी फसलों पर नुकसान होने पर मुआवजा देती है

Update: 2020-07-12 15:19 GMT

जहां एक तरफ आम का मौसम चल रहा है हर जगह आम के बाग में आम ही आम था.  वही एक तरफ लॉक डाउन की मार और दूसरी तरफ आ रही तेज आंधी तूफान बारिश ने बाग मालिकों को भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है.

 जनपद शामली में जहां हर साल आम के बागों के मालिक खुशी खुशी आम को मुनाफे के साथ बेचते थे. आज वही बाग मालिक लॉकडाउन के चलते और तूफान तेज बारिश के चलते भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं. उनका कहना है पहले हमारा आम यही लोकल मंडी में अच्छे दाम पर बिक जाता था. लेकिन लॉकडाउन में मंडिया बंद होने से कम समय के लिए खुलने से हमारा मंडियों में आम नहीं जा पा रहा है/ इसलिए हम सभी लोग अपना आम हरियाणा की मंडियों में भेज रहे हैं.

लेकिन ज्यादा आम जाने की वजह से आम के दामों में गिरावट आ गई है और दूसरे हरियाणा मैं ले कर जाने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है..फिर भी हम किसी तरह गुजर बसर कर रहे थे परंतु 2 दिन से चल रहे आंधी तूफान ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया लगभग सभी आम पेड़ों से झड़कर टूट कर नीचे गिर गए हैं खराब हो गए हैं.

अब अगर इन्हें हम ज्यादा देर अपने पास रखेंगे तो ये सड़ जाएंगे और अगर हरियाणा लेकर जाएंगे अभी लॉकडाउन लगा हुआ है. ऐसे में हमारे हजारों रुपए के आम रोज खराब हो रहे हैं जिससे हम भ्खमरी की कगार पर आ गए हैं.

बाग मालिक का कहना था कि जिस तरह सरकार गेहूं की फसल पर और अन्य दूसरी फसलों पर नुकसान होने पर मुआवजा देती है उसी तरह हम लोगों को भी मुआवजा मिलना चाहिए नहीं तो हम दाने-दाने को मोहताज हो जाएंगे.

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