शामली: स्वास्थ विभाग की लापरवाही से युवक की मौत, परिजनों ने गंभीर आरोप लगाकर काटा हंगामा
दरसअल पूरा मामला नगर की सीएचसी का है जहां गत दिवस सांस लेने में तकलीफ के चलते एम्बुलेंस के माध्यम से गांव बुट राडा निवासी एक व्यक्ति को लेकर उसके परिजन आए थे। परिजनों का आरोप है कि जब वह अपने मरीज को लेकर अस्पताल आए तो उन्होंने बिना किसी जांच या उपचार के बिना ही दोनों संदिग्ध मानते हुए आइसोलेशन वार्ड में डाल दिया गया था और बाहर से वार्ड का ताला लगा दिया गया था। आइसोलेशन वार्ड में मरीज को किसी भी प्रकार की सुविधा भी नहीं दी गई। यहां तक कि मरीज को खाना और पानी तक भी नहीं दिया गया।
जब प्यास से तड़पते हुए उनका मरीज करहाने लगा तो उन्होंने खिड़की से अपने मरीज को पानी पिलाया और आइसोलेट वार्ड में इतनी गर्मी में भी पंखा तक नहीं चल रहा था। यहां तक कि उनके मरीज को किसी भी तरीके का उपचार भी नहीं दिया। जिसके चलते उनके मरीज की तबियत और भी ज्यादा गंभीर हो गई और सीएचसी प्रभारी ने मरीज को एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया जहा उसे मृत घोषित कर दिया गया है। जिससे आक्रोशित परिजनों ने सीएचसी के चिकित्सकों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाते हुए सीएचसी में जमकर हंगामा काटा है।
वहीं उक्त मामले में मुख्य चिकित्सधिकारी का कहना है कि कल एक मरीज आया था। जिसे सांस लेने में तकलीफ थी। ऐसे मरीज को प्रोटोकॉल के तहत कोवि़ड जांच के बाद आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया था। जिसका उपचार डॉक्टर विरेंद द्वारा किया जा रहा था। लेकिन अचानक उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उसे नगर के निजी चिकित्सालय में रेफर किया गया। जहा उसकी मौत हो गई है वहीं हमारे आइसोलेशन वार्ड में सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है।