मुलायम के जन्मदिन पर शिवपाल ने पैर छूकर लिखा भावुक संदेश
शिवपाल यादव शाम को भाई मुलायम से मुलाकात करने पहुंचे। उनके पांव छूकर आशीर्वाद लिया।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने सोमवार को एक साथ कई संकेत दे दिए। एक संकेत अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का रहा। लेकिन, इसके लिए उन्होंने जो शर्त रखी है, उस पर अभी चर्चा होनी शेष है। वहीं, सुबह से राजनीतिक हलकों में शिवपाल सिंह यादव के बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन पर मुलाकात के लिए नहीं पहुंचने की भी खूब चर्चा रही। इस मौके पर उन्होंने एक भावुक संदेश भी लिखा।
शिवपाल यादव शाम को भाई मुलायम से मुलाकात करने पहुंचे। उनके पांव छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद यूपी की राजनीति में एक बार फिर चाचा-भतीजा के साथ चुनावी मैदान में उतरने के कयास लगाए जाने लगे हैं।
शिवपाल यादव ने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के प्रति अपना प्यार दिखाया। उन्होंने भाई के साथ मुलाकात की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए एक शायरी भी लिखी। इसमें वे बड़े भाई के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित करते दिखे। उन्होंने लिखा कि मैंने वहां भी तुझे मांगा था, जहां लोग सिर्फ खुशियां मांगा करते हैं। आपको जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आप दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें व देश और समाज को दिशा दें , ऐसी मंगलकामना। इस संदेश के जरिए शिवपाल एक बड़ा संदेश अखिलेश को देने की कोशिश करते दिखे।
हालांकि, इससे पहले इटावा में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिवस के मौके पर सैफई में शिवपाल ने एक दंगल प्रतियोगिता में भाग लिया। इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता समाजवादी पार्टी के साथ एकजुट होकर 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ना है। इसके लिए उन्होंने 100 सीटों की मांग कर दी है।
शिवपाल ने कहा कि वर्ष 2022 में हमें सत्ता में रहना है। पूरा राज्य चाहता है कि दोनों पार्टियां प्रसपा और सपा एक साथ मिलकर चुनाव लड़ें। राज्य के लोगों को इस दिन यानी नेताजी के जन्मदिन के दिन की उम्मीद थी। आज के दिन की आस लगाए बैठे थे, लेकिन नतीजा शून्य रहा। शिवपाल ने कहा कि हम पहले तो आपस मे एका चाहते हैं। एकता में काफी शक्ति होती है। हमने शुरू में ही कहा था कि गठबंधन कर लो, हमारी प्राथमिकता सपा के साथ है। हम चाहते हैं कि जो भी फैसला लेना हो, जल्दी किया जाए। समय कम रह गया है। जल्दी बात हो जाए।
शिवपाल यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर इस मौके पर भी बड़ी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि हम दो साल से लगातार कह रहे हैं, एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाए। प्रदेश के लोग चाहते हैं, एक बड़ा गठबंधन बने। यहां तक कि लोगों ने कहा कि वह (अखिलेश यादव) नहीं झुक रहा है तो तुम ही झुक जाओ। तो मै झुक भी गया, उसकी सारी शर्तें मान ली। मैं चाहता हूं कि वह कैसे भी मुख्यमंत्री बन जाए। दो साल का समय निकल गया, अभी तक उसकी ओर से कोई निर्णय नहीं हुआ है। अब हम चाहते हैं कि जो भी निर्णय हो शीघ्र हो।
शिवपाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे साथ जो लोग जुड़े हैं, जो चुनाव जीतने की स्थिति में हैं, उनको टिकट दिया जाए। अखिलेश चाहे तो सर्वे करा लें, समीक्षा कर लें। हमने तो इतना कहा था कि हमें केवल 100 सीटें दे दो। हमारे साथ जो अन्य दल जुड़े हैं, हम मिलकर चुनाव लड़ लेंगे। हालांकि, सपा अध्यक्ष की ओर से इस संबंध में कोई स्पष्ट बात नहीं कही गई है। पिछले दिनों अखिलेश ने चाचा के साथ गठबंधन के संकेत दिए थे और कहा था कि उन्हें उचित सम्मान मिलेगा। लेकिन, सपा की ओर से सीट बंटवारे पर कोई बात नहीं की गई है।