अखिलेश यादव को चाचा शिवपाल ने दी ये नसीहत, कहा- मान जाओ नहीं तो...
शिवपाल सिंह यादव ने माफियाओं के लिए समाजवादी पार्टी के दरवाजे न खोलने की नसीहत दी है
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव ने माफियाओं के लिए समाजवादी पार्टी के दरवाजे न खोलने की नसीहत दी है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संस्थापक शिवपाल यादव ने कहा कि माफियाओं के परिवार के सदस्य भी पार्टी में नहीं लिए जाने चाहिए।
शिवपाल ने दावा किया जब वह समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे तो ऐसे लोगों को कभी भी पार्टी में आने की इजाजत नहीं दी गई थी। गौरतलब है कि शिवपाल यादव ने अपने भतीजे अखिलेश यादव से मतभेदों के चलते पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की पार्टी बनाई। उन्होंने कहा, 'माफिया कभी भी समाजवादी पार्टी में नहीं आए। उन्हें अब भी नहीं लिया जाना चाहिए। मैंने भी किसी को नहीं लिया था। जब मैं सपा का प्रदेश अध्यक्ष था तो कोई माफिया हमारे पास नहीं फटकने पाया। हमने मुख्तार अंसारी को कभी नहीं लिया।'
बुधवार की शाम पत्रकारों से बातचीत में शिवपाल सिंह यादव ने ये बातें तब कहीं जब उनसे डॉन से अपराधी बने मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के सपा में शामिल होने को लेकर सवाल किया गया। उन्होंने कहा, 'मैंने सिबगतुल्लाह अंसारी और अफजाल अंसारी को सपा में लिया था लेकिन बाद में उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी।' अखिलेश यादव 2016 में दोनों को पार्टी में लिए जाने के खिलाफ थे। उधर, भाजपा ने भी मुख्तार अंसारी के भाई को पार्टी में लिए जाने को लेकर अखिलेश यादव पर यह कहते हुए हमला बोला कि सपा माफियाओं की मदद के बिना चल ही नहीं सकती।
क्या वह सपा में लौट सकते हैं? इस सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि यदि मुझे उचित सम्मान मिलेगा तो समाजवादी परिवार में लौटने के बारे में सोच सकता हूं। उन्होंने यूपी की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले साढ़े चार साल के कार्यकाल में प्रदेश में भ्रष्टाचार पांच गुना बढ़ गया है।