कानपुर मामले पर शिवपाल यादव का ट्वीट- पीड़ित परिवार को 50 लाख की मदद और नौकरी दे सरकार
कानपुर में लैब असिस्टेंट को किडनैप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई?
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में लगातार कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. गतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संयोजक शिवपाल यादव ने भी इस मामले पर ट्वीट कर योगी सरकार पर निशाना साधा.
कानपुर में लैब असिस्टेंट को किडनैप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई, जिसपर शिवपाल यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि कानपुर(बर्रा) से अपहृत युवक संजीत यादव की अपहरणकर्ताओं द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई है। उप्र का शासन व पुलिस प्रशासन दोनों अपहरण के 31वें दिन तक इस मामले में अक्षम व निष्क्रिय साबित हुए हैं? मृतक के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी प्रदान करे।
कानपुर(बर्रा) से अपहृत युवक संजीत यादव की अपहरणकर्ताओं द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई है।
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) July 24, 2020
उप्र का शासन व पुलिस प्रशासन दोनों अपहरण के 31वें दिन तक इस मामले में अक्षम व निष्क्रिय साबित हुए हैं? @UPGovt मृतक के परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी प्रदान करे।
प्रियंका गांधी ने भी साधा निशाना
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, 'उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है. आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है. घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता. विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या. पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और उनकी हत्या कर दी गई.'
उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 24, 2020
घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता।
विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या। खबरों के मुताबिक..1/2 pic.twitter.com/SGFRLstgrT
आपको बता दें कि कानपुर में कुछ दिन पहले लैब असिस्टेंट संजीत यादव को अगवा कर लिया गया था. किडनैपर्स की ओर से 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी. जिसके बाद कानपुर पुलिस ने परिवारवालों से ये पैसा देने को कहा था, लेकिन पैसा देने के बाद भी संजीत जिंदा वापस नहीं लौटे.
जांच में पता चला कि किडनैपर्स संजीत यादव के दोस्त ही थे, जिन्होंने अगवा करने के कुछ दिन बाद ही उसकी हत्या कर दी थी. और शव को नदी में फेंक दिया था, अब पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया है.
बता दें कि इससे कुछ दिन पहले ही गाजियाबाद में एक पत्रकार को गोली मार दी गई थी, इलाज के दौरान पत्रकार की मौत हो गई थी. वहीं जुलाई महीने की शुरुआत कानपुर गोलीकांड से हुई थी, जहां 8 पुलिसवालों को मार दिया गया था.