UP Elections : जानिए- सिद्धार्थनगर की पांचों विधानसभा सीटों पर कौन किस पर है भारी!

2017 के चुनावों में जिले की पांचों सीटों पर भाजपा का भगवा ध्वज फहरा था।

Update: 2022-03-04 08:01 GMT

UP Election 2022 : सिद्धार्थनगर जिला उत्तर प्रदेश के अति पिछड़े 8 गौतम बुद्ध की क्रीड़ा स्थली के रूप में जाना जाता है. साथ ही पांडवो द्वारा स्थापित महाभारत कालीन पल्टा देवी मंदिर भी यही स्थित है। 1988 में बस्ती जिले के उत्तर के भूभाग को काटकर सिद्धार्थनगर जिला बनाया गया. यहां के राजनीतिक समीकरण की बात करें तो यहां पर लोकसभा की 1 सीट तो विधानसभा की 5 सीटें हैं, यहां पर पिछले 2017 के चुनावों में सारे जातीय और धार्मिक समीकरण फेल हो गए थे जिले की पांचों सीटों पर भाजपा का भगवा ध्वज फहरा था।

लेकिन इस बार 2022 के चुनावों में पहले जैसे स्थिति नहीं रह गई है। इस बार जिले की पांचों सीटों पर स्थानीय मुद्दे और जातीय समीकरण हावी है। स्थिति तो यहां तक है कि कुछ सीट पर तो सत्तारूढ़ दल लड़ाई में ही नहीं है।

कपिल वस्तु विधानसभा

अगर बात करें कपिल वस्तु विधानसभा की तो यहां से भाजपा और सपा की सीधी टक्कर देखी जा रही है, यह सीट आरक्षित होने की वजह से यहां पर सभी उम्मीदवार दलित हैं, यहां पर बड़ी संख्या में दलित और पिछड़े वर्ग के वोटर हैं।

शोहरतगढ़ विधानसभा

वहीं शोहरतगढ़ की बात करें तो यहां पर ब्राह्मण और मुस्लिम वोटर ज्यादा हैं। यहां से भाजपा ने एक बाहरी प्रत्याशी को टिकट दिया है तो सपा ने भी बाहरी प्रत्याशी पर ही दांव लगाया है, तो बसपा ने स्थानीय प्रत्याशी और कांग्रेस ने भी स्थानीय प्रत्याशी को टिकट देकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया है, लिहाजा यहां सीधी लड़ाई बसपा और कांग्रेस के बीच में है।

बांसी विधानसभा

अगर बांसी विधानसभा की बात करें तो यहां पर 1 लाख के करीब ब्राह्मण मतदाता हैं जो किसी की भी किस्मत बना और बिगाड़ सकते हैं, यहां से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजा जय प्रताप सिंह भाजपा के प्रत्याशी हैं जो सात बार के विधायक रहे हैं यहां से सपा ने एक ब्राह्मण प्रत्याशी को टिकट देकर चुनाव को रोचक बना दिया है, लिहाजा यहां लड़ाई भाजपा और सपा के बीच में है।

इटवा विधानसभा

इटवा विधानसभा की बात करें तो यह सिद्धार्थनगर की सबसे हॉट सीट मानी जाती है यहां पर एक तरफ भाजपा से बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी हैं तो दूसरी तरफ सपा से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माताप्रसाद पाण्डेय हैं तो वहीं बसपा ने हरिशंकर सिंह को टिकट देकर लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है।यहां पर मुस्लिम और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या बहुतायत है।

डुमरिया गंज विधानसभा

डुमरिया गंज विधानसभा की बात करें तो यहां से मुख्यमंत्री के खास विधायक और हाल में दिए गए अपने विवादित बयानों से सुर्खियां बटोरने वाले भाजपा से प्रत्याशी राघवेंद्र सिंह है तो सपा ने एक मुस्लिम महिला सैयद्दा को टिकट दिया है इस सीट पर मुस्लिम मतदाता करीब डेढ़ लाख के करीब हैं, लिहाजा यहां सीधी लड़ाई भाजपा बनाम सपा की है।

रिपोर्ट : सत्यपाल सिंह कौशिक

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