सुल्तानपुर में सीजेएम कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई,इंस्पेक्टर के अपहरण पर तत्कालीन महिला SO समेत सिपाही पर FIR, SP कर चुके संस्पेंड
सुल्तानपुर। जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां तत्कालीन महिला थानाध्यक्ष मीरा कुशवाहा व एक महिला सिपाही के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज हुआ है। सीजेएम कोर्ट के निर्देश पर आज कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को ही एसपी ने महिला थाना इंचार्ज को सस्पेंड किया था।
जानकारी के अनुसार प्रकरण हलियापुर थाने में तैनात रहे इंस्पेक्टर निशू तोमर से जुड़ा हुआ है। एसपी कार्यालय में तैनात एक महिला सिपाही ने जुलाई माह में इंस्पेक्टर निशू तोमर के खिलाफ रेप का केस कोतवाली नगर में दर्ज कराया था। केस में घर में घुसकर मारपीट, धमकी और गाली-गलौज करने और पैसे के लेनदेन की धाराएं भी साथ में लगाई गई थी। विवेचना पहले नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय को मिली। पीड़िता ने कोतवाल पर पक्षपात करने का आरोप लगाया और यह विवेचना महिला थानाध्यक्ष मीरा कुशवाहा के सुपुर्द कर दी गई थी।
उधर, महिला थानाध्यक्ष मीरा कुशवाहा को जिला सत्र न्यायालय में इंस्पेक्टर की उपस्थिति की सूचना हुई तो वो पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और उन्हें महिला थाने पर लेकर आईं। इस दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में इंस्पेक्टर नीतू तोमर रहस्यमय ढंग से गायब हो गये। उनके गायब होने की सूचना पर हड़कंप मच गया था। जिस पर पुलिस विभाग ने पूछताछ के बाद छोड़े जाने की बात कही थी। 22 सितंबर से अब तक इंस्पेक्टर का पता नहीं लगने पर पत्नी कुसुम ने न्यायालय की शरण ली और मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रचना ने पीड़िता के प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए नगर कोतवाली पुलिस को तत्कालीन महिला थानाध्यक्ष मीरा कुशवाहा और महिला सिपाही के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। अभियोग नगर कोतवाली में पंजीकृत हो गया है। एसपी सोमेन वर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विवेचना की कार्रवाई की जा रही है। लापता इंस्पेक्टर का पता लगाने के लिए पुलिस टीम गठित की गई है।