लॉक डाउन का उल्लंघन तो माना जा रहा मात्र बहाना,मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के मद्देनजर है दबाव बनाना

पूर्व विधायक सोनू व उनके भाई मोनू एवं उनके अति करीबियों की गतिविधियों पर नजर गड़ाये है जिले की पुलिस,निष्पक्ष व भयमुक्त चुनाव कराने का पुलिस ने किया है दावा

Update: 2021-05-09 04:31 GMT

सुलतानपुर। पूर्व ब्लाक प्रमुख यशभद्र सिंह उर्फ मोनू सिंह को नगर पुलिस ने हिरासत में लिया है. कोतवाली नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत ट्रांसपोर्ट नगर के पास से उनके वाहनो के काफिले को नगर पुलिस ने उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में रोककर हिरासत में लिया. मोनू सिंह के साथ कई समर्थक भी मौजूद है. अमहट की तरफ से पयागीपुर की तरफ आते समय पुलिस ने रोका रास्ते मे काफिला रोका. अचानक बीच रास्ते सुनसान जगह पर मोनू सिंह का काफिला रोका गया.

सूत्रों की माने तो उनकी गतिविधियों पर लगातार जिले की पुलिस नजर गडाए है.सूत्रों की माने तो जल्द ही होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के मद्देनजर जिला पंचायत सदस्यों की खरीद फरोख्त एवं अपने पक्ष में वोटिंग को लेकर मतदाताओं पर पड़ने वाले दबाव पर रोकथाम को लेकर पुलिस निगाह गड़ाये है. मिली जानकारी के मुताबिक मोनू सिंह की बहन अर्चना सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार है. उधर निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह का भी मैदान में आना तय है. इन दोनों के अलावा अन्य प्रत्यशियों की भी सुगबुगाहट तेज,अपने अपने पक्ष में मतदान कराने को लेकर अभी से जमकर पैरवी चल रही है. सूत्रों की माने तो लॉक डाउन के उल्लंघन में हिरासत में लेना मात्र एक दबाव बनाने का बहाना है. मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के खेल को प्रभावित करना हिरासत में लेने की मुख्य वजह मानी जा रही है.

सत्ता पक्ष के इशारे पर मोनू सिंह की गिरफ्तारी मानी जा रही है. अन्यथा इस तरीके से कई नेताओं व अन्य प्रभावशालियो की गाड़ियाँ निकलती रहती है. उन्हें देखकर भी नजरअंदाज कर देती है पुलिस, लॉक डाउन उल्लंघन मामले में समर्थको संग नगर कोतवाली यशभद्र सिंह मोनू काये गये है. उधर उनके भाई चन्द्रभद्र सिंह सोनू पर पहले ही गैंगस्टर का केस दर्ज कर पुलिस शिकंजा कस चुकी है. दोनो भाइयो से चुनाव प्रभावित करने का डर जिला प्रशासन को सता रहा है.

जिले के पुलिस अधिकारियों ने निष्पक्ष व भयमुक्त चुनाव संपन्न कराने का दावा किया है. आज महामारी अधिनियम का उल्लंघन कर समर्थको संग वाहन लेकर घूमने के मामले में हुई कार्यवाही, मोनू सिंह को कोतवाली लाए जाने की सूचना से चर्चाएं तेज है.सूत्रों की माने तो लिखा पढ़ी कर मोनू सिंह को चेतावनी के साथ रिहा किया जा सकता है.

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