कई जिले व रेलवे स्टेशनों के नाम बदल चुकी सरकार, अब सुल्तानपुर की बारी, योगी कैबिनेट को भेजा गया नया नाम

Update: 2021-08-27 05:14 GMT

सुल्तानपुर। चुनाव से पहले कई भाजपा नेता व भाजपा नेताओं के नेतृत्व वाली जिला पंचायतों ने जिलों व शहरों के नाम बदलने की मांग तेज कर दी है। प्रदेश सरकार सुल्तानपुर जिले का नाम भगवान श्रीराम के ज्येष्ठ पुत्र कुश के नाम पर कुश भवनपुर करने की तैयारी कर रही है।

राजस्व परिषद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिषद ने अपनी संस्तुति शासन को भेज दी है। अब इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता वाली प्रदेश कैबिनेट करेगी।

सुल्तानपुर के लोग लंबे समय से जिले का नाम बदलकर कुश भवनपुर करने की मांग करते रहे हैं। लंभुआ (सुल्तानपुर) के भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था। इस बीच सुल्तानपुर के डीएम व अयोध्या के मंडलायुक्त ने गजेटियर में सुल्तानपुर के प्राचीन इतिहास का हवाला देते हुए जिले का नाम कुश भवनपुर करने की सिफारिश शासन व राजस्व परिषद को भेजी थी। 

बतादें कि प्रदेश व केंद्र सरकार पहले भी जिलों, शहरों व प्रतिष्ठित स्थानों का नाम बदलती रही है। योगी सरकार इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर चुकी है। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मुगलसराय रेलवे जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर कर दिया गया था।

इसके बाद इलाहाबाद जंक्शन का नाम बदलकर प्रयागराज जंक्शन, इलाहाबाद सिटी स्टेशन का नाम प्रयागराज रामबाग, इलाहाबाद छिवकी का नाम प्रयागराज छिवकी व प्रयागराज घाट का नाम प्रयागराज संगम किया जा चुका है। प्रदेश सरकार झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन करने का प्रस्ताव भी केंद्र को भेज चुकी है।  


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