सुल्तानपुर में एक बार फिर पुलिस पर गंभीर आरोप लगा है। प्रधान पुत्र द्वारा हर्ष फायरिंग करने के मामले की जांच करने पहुंची पुलिस ने मामले को रफा दफा करने के नाम पर एक लाख रुपए की मांग की। पैसा न मिलने पर पुलिस ने उसे फर्जी मुठभेड़ दिखाकर जेल भेज दिया। जिसके बाद अब पीड़ित महिला प्रधान ने जिलाधिकारी से न्याय की गोहार लगाई है वहीं डीएम ने मामले की सीओ बल्दीराय को निस्पक्ष जांच करने के आदेश दिए हैं।
दरअसल ये मामला है बल्दीराय थानाक्षेत्र के बिसावां गांव का। जहाँ इसी गांव की प्रधान पुष्पा सिंह का पुत्र विशाल सिंह छठ पूजा के लिये अम्बेडकर नगर गया हुआ था। वहीँ पर इसका रायफल से हर्ष फायरिंग करते हुये वीडियो वायरल हुआ था। इसी की जांच बल्दीराय पुलिस इसके घर पहुंची थी।
आरोप है कि बल्दीराय थाने में तैनात एसआई विकास गौतम ने प्रधान के पति बलवंत सिंह से हर्ष फायरिंग के मामले को रफा दफा करने के लिये एक लाख रुपये की मांग की। पैसा न देने पर पुलिस ने इसे फर्जी मामले में फंसाने की भी बात कही। प्रधानपति ने पैसा नही दिया तो बीते गुरुवार को बिसावां गांव के पास विशाल को पुलिस पर फायरिंग करने का आरोप लगाते हुये पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया। इसी से नाराज ग्रामीणों ने शुक्रवार को पुलिस के खिलाफ गांव में प्रदर्शन भी किया था।
पुलिस की भेजी विज्ञप्ति के अनुसार विशाल पर बस्ती, बाराबंकी और सुल्तानपुर में मुठभेड़ का मिलाकर कुल 7 मुक़दमे दर्ज हैं। वहीँ विशाल को जेल भेजने के बाद उसकी माँ और बिसावां गांव की प्रधान पुष्पा सिंह अपने पति बलवंत के साथ जिलाधिकारी रवीश गुप्ता के पास पहुंची और न्याय की गोहार लगाई। फ़िलहाल पीड़ित परिवार की सुनने के बाद डीएम ने सीओ बल्दीराय को निस्पक्ष जांच के आदेश दे दिए हैं।