अनुदेशकों के क्रमिक अनशन का दौर जारी, आज भी प्रदेश के कई जिलों में हुआ अनशन
2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से शुरू हुआ अनुदेशकों का अनशन आज भी जारी रहा।
2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से हर रविवार दो घंटे तक चलने वाला अनुदेशकों का क्रमिक अनशन आज भी जारी रहा। गांधी प्रतिमा के समक्ष अनुदेशक गांधीवादी तरीके बैठकर अपने अनशन को जारी रखें। आज भी लगभग प्रदेश के 16 से 17 जिलों में यह अनशन हुआ। उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिले गोरखपुर से लेकर पश्चिमी जिले आगरा तक यह अनशन काफी सफल रहा।
नियमितीकरण, सीसीएल जैसे कई अहम मुद्दों को लेकर हुआ अनशन
नियमितीकरण, सीसीएल, ईपीएफ, आयुष्मान कार्ड आदि जैसे कई अन्य अहम मुद्दों को लेकर विगत कई रविवार से यह अनशन हो रहा है। अनुदेशकों से पूछने पर उन्होंने बताया की,अनुदेशक आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर चुके हैं, तो कई अनुदेशक नौकरी छोड़ चुके हैं. अनुदेशक अपना जीवन निर्वाह के साथ-साथ शिक्षण कार्य के बाद टैक्सी व ठेला सब्जी आदि बेचने का कार्य करते हैं. महिला अनुदेशकों को सीसीएल भी नहीं मिलता है. अनुदेशक अल्प मानदेय में कार्य कर रहे हैं, ऐसे में इन अनुदेशकों के अच्छे दिन कब आएंगे। यदि सरकार हम लोगों की इन प्रमुख माँगो को नहीं मानती है तो क्रमिक अनशन को भूख हड़ताल में परिवर्तन कर दिया जाएगा ।
जानिए अनुदेशक प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि
अनुदेशक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम सिंह ने बताया कि, सरकार आखिर हम लोगों के अच्छे दिन कब लाएगी। अच्छे दिनों की आश में हम लोगों के बुरे दिन आ गए। समय से मानदेय नहीं दिया जाता। एक तरफ दीपावली पर अन्य सरकारी कर्मियों को बोनस मिलेगा तो हमको केवल झुनझुना। सरकार हमारे साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों कर रही है, समझ में नहीं आ रहा है।