लखनऊ। डीजीपी मुकुल गोयल ने पुलिस मुख्याल के अवनि सभागार में आयोजित सैनिक सम्मेलन में पुलिसकर्मियों को हिदायत देते हुए कहा की पुलिसकर्मियों को जनता के साथ शालीनतापूर्ण व्यवहार करने तथा ड्यूटी के दौरान स्वच्छ व निर्धारित वर्दी धारण करें, सम्मेलन में प्रदेश के सभी जिलों, कमिश्नरेट तथा मुख्यालय स्थित विभिन्न पुलिस इकाइयों में तैनात पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया।
डीजीपी ने अपने संबोधन में पुलिस कर्मियों को सोशल मीडिया पर अनुशासित व्यवहार करने की हिदायत दी और उन्हें इस संबंध में शासन व पुलिस मुख्यालय के स्तर से जारी एसओपी का पालन करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान पुलिस बल ने फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में बहुत ही सराहनीय कार्य किया। इसकी सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है। इस दौरान पुलिस विभाग ने अपने बहुत से साथियों को खो दिया। विभाग उन सभी साथियों के परिवारीजनों के साथ है।
सभी को कोविड-19 गाइड लाइन का पालन करते हुए अपना और अपने परिवार का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। कानून-व्यवस्था की ड्यूटी के समय सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित होकर कर्तव्यों का पालन करें। यह बात हमेशा अपने दिल व दिमाग में रखें कि पुलिस शासक नहीं सेवक है।
जनसामान्य के हितों की रक्षा एवं सुरक्षा ही हमारा मुख्य दायित्व होना चाहिए। अपराधिक घटनाओं के स्वतंत्र एवं निष्पक्ष पंजीकरण के साथ साथ विवेचनाओं में वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन व गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
सैनिक सम्मेलन में आए पुलिस कर्मियों के सुझाव और उनकी समस्याओं को सुनकर डीजीपी ने उनके समुचित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही उन्हें पुलिस मुख्यालय का प्रतीकात्मक चिह्न भेंट किया। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर डीजीपी का प्रशंसा चिह्न प्राप्त करने वाले सभी पुलिस कर्मियों को शुभकामनाएं दीं।