UP News: मदरसों पर कसेगा शिकंजा, विदेशी चंदे के दुरुपयोग की होगी जांच

जांच के लिए ADG एटीएस मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है।

Update: 2023-10-21 17:00 GMT

मदरसों को भूमिका की अब होगी जांच।विदेशी चंदे से देश विरोधी व अवैध धर्मांतरण जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने की जानकारी सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया है।

ADG एटीएस के नेतृत्व में टीम हुई गठित

मदरसों की भूमिका की जांच के लिए ADG एटीएस मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। SP साइबर क्राइम डॉ. त्रिवेणी सिंह व निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण जे. रीभा को एसआईटी का सदस्य बनाया गया है।SIT सभी मदरसों को नोटिस देकर विदेशी मुद्रा अर्जक खातों (EEFC) में हुए लेन-देन की जानकारी मांगेगी। इसके बाद उन मदरसों को सूचीबद्ध किया जाएगा, जिन्हें विदेशों से रकम प्राप्त हो रही है। इसके बाद इस बात की जांच होगी कि किन-किन देशों से यह रकम भेजी गई है और इसका प्रयोग किन-किन गतिविधियों में किया जा चुका है।

ATS ने किया था खुलासा

स्वयं ATS ने ही हाल ही में मदरसों को मिल रहे विदेशी चंदे का दुरुपयोग आतंकी गतिविधियों में किए जाने का खुलासा किया था। उसने बांग्लादेशी नागरिकों व रोहिंग्या की अवैध घुसपैठ कराने वाले गिरोह के तीन सक्रिय सदस्यों आदिल उर रहमान, नजीबुल शेख व अबु हुरायरा गाजी को गिरफ्तार किया था। आदिल बांग्लादेशी नागरिक है, लेकिन फर्जी दस्तावेजों के सहारे उसे भारतीय नागरिकता दर्शाने वाले अभिलेख तैयार कराए गए। इसी प्रकरण में ATS बांग्लादेश के आतंकी संगठन जेएमबी से जुड़े एक आतंकी हमीदुल्ला को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार करके ले आई। जांच में पता चला कि मदरसों को तीन वर्षों में NGO के माध्यम से 20 करोड़ रुपये का विदेशी चंदा मिला। यह भी पता चला कि इस रकम का उपयोग घुसपैठियों की मदद में भी किया जा रहा है। ATS ने अंदेशा जताया है कि मदरसों में शैक्षिक कार्यों के लिए मिलने वाले विदेशी चंदे से देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस मामले में एटीएस फिलहाल देवबंद और पश्चिम बंगाल में सक्रिय गिरोह का नेटवर्क ध्वस्त करने में जुटी हुई है। 

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