काशी विश्वनाथ मंदिर का सेवाभाव - "अब बीएचयू के मरीजों को नि:शुल्क पौष्टिक भोजन, देव दीपावली पर प्रांगण में जगमगाएंगे दीप"
काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी के कबीरचौरा और लहरतारा में स्थित कैंसर अस्पताल के बाद अब पूर्वांचल के सबसे बड़े अस्पताल सर सुंदरलाल अस्पताल के मरीजों को भी नि:शुल्क पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली के त्योहार पर लोग अपने पितरों के नाम काशी विश्वनाथ मंदिर के कॉरिडोर प्रांगण में दीप जला सकते हैं।
क्या है पुरा मामला
वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 फरवरी 2024 को अपने वाराणसी दौरे के दौरान स्वतंत्रता भवन सभागार बीएचयू में एक महत्वपूर्ण घोषणा किया रहा।जिसमें कहा गया रहा कि काशी के सभी संस्कृत विद्यालयों के बच्चों और अस्पतालों में तीमारदारों को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इसी क्रम में मंदिर प्रशासन विस्तृत योजना बना रहा था। इसके बाद बीते नवरात्रि में काशी विश्वनाथ ट्रस्ट द्वारा नि:शुल्क भोजन कराए जाने की योजना का वाराणसी के कबीर चौरा अस्पताल और लहरतारा स्थित कैंसर अस्पताल में सफल ट्रायल किया गया। इसके बाद यह योजना विस्तृत रूप ले रहा है। इस बारे में मंदिर के एसडीएम शंभू शरण सिंह ने बताया कि मंदिर को काशी और पूर्वांचल के सबसे बड़े अस्पताल सर सुंदरलाल अस्पताल से भी अपने यहां भर्ती मरीजों को भोजन के लिए 1000 भोजन के पैकेट की मांग की गई है। जिसे हम व्यवस्थित करते हुए अगले एक-दो दिन में शुरू कर देंगे। भोजन की गुणवत्ता के सवाल पर उन्होंने कहा कि भोजन सनातन परंपरा के द्वारा निर्मित है और पूर्णता पौष्टिक आहार हम मरीजों को उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है।
पहली बार पितरों के नाम से जलेंगे दीये, देने होंगे 1100 से 11000 रुपये
काशी विश्वनाथ मंदिर ने विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली के अवसर पर मंदिर के प्रांगण में अपने पितरों के नाम से दीपक जला सकेंगे। इस बारे में मंदिर के एसडीएम शंभू शरण सिंह ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा जिसे हम सब देव दीपावली के तौर पर काशी में विश्व प्रसिद्ध है इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने मांग किया कि उनके पितरों के नाम पर दीपक जलाने की सुविधा मंदिर प्रदान करें इस बारे में हमने विस्तृत चर्चा करने के बाद एक प्लान बनाया और उसे लागू कर रहे हैं। इसकी कीमत चार कैटेगरी में रखी गई है। ये है -
"गंगा ज्योति दीपक" - इसमें पांच दीये जलाए जाएंगे। इसका शुल्क ₹1100 रुपये रखा गया है। ये दीपक गेट नंबर चार से मंदिर परिसर की ओर जलाए जा सकेंगे।
"काशी प्रकाश दीपक" - इसमें 11 दीये जलाए जाएंगे। इसका शुल्क ₹2100 रुपये रखा गया है। इन दीपकों को गंगा की दिशा में रखा जाएगा।
"देव दीपक" - इसमें 21 दीपक जलेंगे। इसका शुल्क ₹5100 रुपये रखा गया है। ये दीपक गंगा के सामने एवं मंदिर और घाट की सीढ़ियों की तरफ जलाए जाएंगे।
"दिव्य गंगा ज्योती दीपक" - इसे सुपर एक्सक्लूसिव कैटेगरी में रखा गया है। इसमें 51 दीपक जलाए जाएंगे। इसका शुल्क ₹11000 रुपये रखा गया है। इन ज्योतियों की बुकिंग श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से कर सकते हैं। पितरों का नाम अनिवार्य रूप से देना होगा।