वरुण गांधी BJP पर फिर बोला हमला, रोजगार और पेपर लीक पर उठाए सवाल

अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे सांसद वरुण गांधी ने सरकार के रिक्त पदों पर भर्ती ना होने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।

Update: 2022-05-12 09:46 GMT

अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत पहुंचे सांसद वरुण गांधी ने सरकार के रिक्त पदों पर भर्ती ना होने को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। वरुण गांधी किसानों और गरीबों के हितों की बात करते नजर आए। वरुण गांधी ने पूरे देश में छोटे व्यापारियों और किसानों को मिलने वाले 8 फीसदी लोन को लेकर भ्रष्ट सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं सरकार को घोषित नौकरियों को लेकर, रिक्त पदों पर भर्ती न होने को लेकर सरकार पर तमाम सवाल खड़े करते नजर आए।

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा कि पूरे देश में रोजगार और किसानों का मुद्दा एक सबसे बड़ा प्रश्न है। हमारे देश में एक लाख 60 हजार रोजगार घोषित हैं। यह सरकार के माध्यम से दी गई जानकारी है। अभी पद खाली हैं। मतलब सरकार ने कहा कि नौकरी है लेकिन नौकरी दी नहीं गई है। इसमें सबसे बड़ी बात है कि सरकार जब नौकरी स्थापित करती है तो उस नौकरी के साथ-साथ आर्थिक प्रबंध भी होता है। खाली हवा में सब काम नहीं होते। सवाल यह है कि वह पैसे कहां गए। पूरे देश में 19 फीसदी में से 11 फीसदी लघु उद्योग हो जा रहा है।

सांसद वरुण गांधी ने कहा कि जिसकी सालाना कमाई 50 करोड़ से लेकर 100 करोड़ रुपए है तो उसको आराम से लोन मिलता है लेकिन जो किसान है, मजदूर है, छोटे व्यापारी है उसको लोन मिलता है 8 फीसदी। क्या यह न्याय प्रिय बात है। आप में से कितने लोग हैं जो बैंकों में लोन लेने गए हैं और आप लोगों के लोन लेने के लिए बैंकों में प्राण सुखा दिए गए हैं। सवाल पूछते- पूछते रिश्वत मांगते- मांगते कितने लोगों का अनुभव खराब हुआ होगा। आखिरकार जरूरतमंदों को लोन क्यों नहीं मिल पाता। इसमें भ्रष्टाचार पर रोक क्यों नहीं लगती हैं।

वरुण गांधी ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश में 8 ऐसे एग्जाम है, जिनके पेपर लीक हो चुके हैं। जो पेपर लीक होगा, उससे करोड़ों नवयुवक का भविष्य रद्दी में जाता है। जो नवयुवक इलाहाबाद, लखनऊ और दिल्ली पेपर देने जाता है और पेपर लीक हो जाता है। नौजवान 2012 में पेपर देता है और 2022 तक उसकी भर्ती का इंतजार करता है। तब तक उसकी आयु खत्म हो जाती है। रिजल्ट भर्ती तब तक नहीं हो पाती। आखिर क्यों यह हो रहा है। ऐसे लोगों पर पेपर लीक करने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो पाती।

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