कोर्ट में पति के खिलाफ तलाक का केस लड़ने वाली महिला ने क्रैक किया UPSC, बन गई IAS
यूपीएसी रिजल्ट 2021 में सफल होने के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि शादी से पहले से ही वह आईएएस बनना चाहती थीं। दो बार परीक्षाएं भी दीं लेकिन दोनों बार असफल रहीं।
आईएएस बनने से पहले शिवांगी गोयल की शादी हुई थी लेकिन एक खुशहाल परिवार के उनके सारे सपने कुछ ही समय में टूटकर बिखर गए। ससुराल वालों की ओर से घरेलू हिंसा से तंग आकर वह अपने मायके में रहने लगीं। उनका पति के साथ तलाक का केस भी चल रहा है। तलाक की प्रक्रिया शुरू होने से पहले वह एक बच्ची की मां भी बनीं। उनकी बेटी वर्तमान में सात साल की है। ऐसे में खुद को संभालना और यूपीएससी का एग्जाम क्रैक करना, अपने आप में एक नई लकीर खींचने जैसा है। जी हां, वहीं काम शिवांगी ने किया है। यही वजह है कि शिवांगी की सफलता दूसरे सफल प्रत्याशियों की तुलना में ज्यादा अहम है।
यूपीएसी रिजल्ट 2021 में सफल होने के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि शादी से पहले से ही वह आईएएस बनना चाहती थीं। दो बार परीक्षाएं भी दीं लेकिन दोनों बार असफल रहीं। फिर शादी हुई और डोमेस्टिक वॉयलेंस के बाद वह 7 वर्षीय बेटी के साथ मायके आ गईं। पापा ने कहा कि जो करना चाहती हो कर लो। शिवांगी ने कहा - मैंने सोचा कि क्यों न फिर से अपने पुराने आईएएस बनने के सपने को ही साकार करूं। फिर क्या था, यह सोचकर UPSC की तैयारी की कि क्या पता मैं IAS बन जाऊं? देखिए, मैं आईएएस बन गई।
हापुड़ निवासी शिवांगी ने बताया कि यह उनका तीसरा प्रयास था। इस दिन का वह बचपन से सपना देखती थीं। मेहनत और लगन के बाद आखिर वह दिन आ ही गया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और बेटी रैना अग्रवाल को दिया।
शिवांगी ने बताया कि जब वह स्कूल में थीं तो उनकी प्रिंसिपल ने उन्हें UPSC की तैयारी करने का सुझाव दिया था। तभी से आईएएस बनना उनका सपना था। UPSC क्लीयर करने के लिए उन्होंने सेल्फ स्टडी की और उनका सब्जेक्ट सोशियोलॉजी रहा। शिवांगी ने बताया कि जब वे स्कूल में थीं तो उनकी प्रिंसिपल ने उन्हें UPSC की तैयारी करने को कहा था। तभी से आईएएस बनना उनका सपना था। UPSC क्लीयर करने के लिए उन्होंने सेल्फ स्टडी की और उनका सब्जेक्ट सोशियोलॉजी रहा है।