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हवाईअड्डे का नाम शहीदों के नाम, देना है सरकार को पैगाम!

Special News Coverage
4 Feb 2016 7:22 AM GMT
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फिरोज़पुर एच एम त्रिखा

देश को आज़ाद करवाने की खातिर अंग्रेजो के साथ भिड़ जाने वाले व फांसी के फंदे को गले में डाल देश की खातिर जान न्यौछावर कर देने वाले शहीदों के परिवारों को देश की सरकारों ने अपने ही देश में सरकार के साथ टकराव की नीति अपनाने पर मजबूर कर दिया है। सरकार से इन शहीदों के नाम से नामकरण कराने में परिजनों और देशवासियों को नाकों चने चबाने पड़ रहे है।

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क्या है मामला
आपको मालूम हो कि चंडीगढ़ के एअरपोर्ट का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने की घोषणा व प्रस्ताव पारित कर चुकी पंजाब सरकार अपने ही द्वारा पास किये प्रस्ताव से मुकर गई है। जिसके चलते देश को आज़ाद करवाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले शहीदों के परिवारों ने देश में फिर से देश की सरकार के खिलाफ एक आंदोलन ही छेड़ दिया है। लेकिन इस के बावजूद न तो केंद्र की सरकार और न ही पंजाब की अकाली भाजपा सरकार मामले को सुलटाने के मूड में है। जिसे देख भारतीय सरकार व शहीदों के परिवारों के दरमियान जंग सा माहौल बन चुका है।

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शहीद परिवार जहां एक बार फिर जंतर मंतर दिल्ली में धरने प्रदर्शन की घोषणा कर रहे हैं। वहीं ये परिवार चंडीगढ़ हवाई अड्डे से उड़ाने रोकने की भी धमकी दे रहें हैं। मामले को लेकर शहीदों के परिवारों ने देश भर में से जनमत एकत्रित करने के लिए देश के नागरिकों से हस्ताक्षर करवाने शुरू किये हैं। ताकि सरकार को बताया जा सके की देश की जनता शहीदों के न तो अपमान को सहन कर सकती है और न ही शहीदों के नाम पर किये जा रहे अन्याय को बर्दाश्त क्र सकती है।

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देश की आज़ादी के समय सरदार भगत सिंह के बेहद नजदीकी साथी रहे डाक्टर गया प्रशाद के बेटे क्रांति ने मामले पर बेबाक बोलते हुए कहा की आज तक सरकारों ने देश के ऊपर जाने वार देने वाले शहीदों के नाम पर राजनीति ही की है और मगरमच्छ के आंसू ही बहायें हैं। जब की असलियत में देश भगत शहीदों के नाम पर आज तक सरकारों ने कुछ नही किया ज्यादातर शहीदों के परिवार बुरी तरहं गरीबी की मार झेल रहें है॥ क्रांति ने कहा की पंजाब विधानसभा में शहीद भगत सिंह के नाम पर हवाई अड्डे के नाम का प्रस्ताव पारित कर मुकर जाने वाले सताधारीओं के खिलाफ अब हमारी आवाज़ बंद होने वाली नही है। शहीद परिवारों की सरकार के साथ ये आर पार की लड़ाई है। हम अपने फैसले पे तब तक कायम है। जब तक सरकार चंडीगढ़ के हवाई अड्डे को शहीद भगत सिंह एअरपोर्ट घोषित नही करती। हम देख रहें हैं देश हमारे साथ खड़ा लगतार हस्ताक्षर अभियान पर हस्ताक्षर कर रहा है।
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