अरुण मिश्रा
जहां एक ओर बिहार की धरती जेपी नारायण जैसे क्रांतिकारियों की धरती रही है वहीं दूसरी ओर बहुत दिनों तक विकास से महरूम रही है. लेकिन अभी कुछ नेता और नेत्रियां बिहार में विकासवादी एजेंडा के साथ बिहार की राजनीति में आगे बढ़ रही हैं. इन्हीं नेताओं में एक उभरता नाम है संगीता सिंह. बिहार के गोपालगंज जिले में अपनी राजनीतिक धाक जमाने वाली संगीता सिंह गोपाल गंज में सिधवलिया ब्लाक प्रमुख रह चुकी हैं और अब भारतीय जनता पार्टी से जुड़ी हुई हैं।
संगीता सिंह एक शिक्षित नेता हैं और स्नातक तक पढ़ी हुई हैं, इसलिए अपने क्षेत्र के पढ़े लिखे लोगों की पसंद बनी हुई हैं. संगीता सिंह ने अपने प्रमुखी के कार्यकाल इलाके में खूब काम किया है. उनके इलाके के गांव पंचायत करसघाट के रहने वाले रंजन पांडेय और मुन्ना सिंह का कहना है कि जिस प्रकार संगीता सिंह हर वर्ग और समाज के लोगों के लिए दिन रात खड़ी रहती हैं उसकी मिसाल नही मिलती।
संगीता सिंह महिलाओं में विशेष रूप से काम करती हैं. संगीता सिंह महिलाओं को प्रेरित करती हुई कहती हैं आप किसी भी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो जाइये लेकिन एक बात हमेशा याद रखिए आपको अपने आत्मसम्मान की लड़ाई खुद लड़नी होगी. संगीता सिंह जिला परिषद क्षेत्र संख्या 29 में बहनों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करती रही हैं. भारत सरकार द्वारा बनाया गया जनऔषधि सुविधा सैनेटरी नैपकिन्स के बारे में उनको जानकारी देकर इसे उपयोग में लाने के लिए इन बहनों को प्रेरित करने जैसे काम करती रही हैं।
महिलाओं को समझाते हुए संगीता सिंह कहती हैं कि मासिक धर्म कोई अपराध नहीं, बल्कि एक सामान्य शारीरिक प्रकिया है जिस पर घर और समाज में खुलकर बात की जानी चाहिए जिससे स्वच्छता के महत्व को समझा जा सकेगा, जिसके लिए हमें एक माहौल बनाना होगा और पुरानी परंपरागत सोच को बदलना होगा यह स्वच्छता महिलाओं को रखेगी स्वस्थ और देगी विश्वास आगे बढ़ने का, कभी नहीं रुकने का और डर को जड़ से खत्म कर देने का. संगीता सिंह हालांकि भारतीय जनता पार्टी में है लेकिन उनका समर्थन मुस्लिम समाज में भी काफी है मुसल उनके इलाके के मुसलमानों का मानना है कि संगीता सिंह हर समुदाय को सम्मान देने वाली नेता है इसलिए हमारे ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह भाजपा में है या नहीं हम पार्टी से ऊपर जाकर अपनी नेता का समर्थन करते हैं।
काशी टेंग्राही पंचायत के रहने वाले जाकिर हुसैन और साबिर हुसैन किस बात का पुरजोर समर्थन करते हैं की संगीता सिंह जैसी नेता को पार्टी के आधार पर नहीं बल्कि उनकी शख्सियत के आधार पर समर्थन देना चाहिए. एक दूसरे गांव महमदपुर के रुस्तम हुसैन तो यह कहते हैं कि संगीता सिंह जैसी नेताजी हमारे मुस्लिम समाज को बहुत सख्त जरूरत है जो इस नफरत के माहौल में किसी समुदाय यह समाज के प्रति कोई पूर्वाग्रह नहीं रखती।
पंचायत सुपौली के नेमतुल्लाह अंसारी भी इस बात के कायल हैं कि अच्छे नेता को उनके कामों के आधार पर समर्थन देना चाहिए और संगीता सिंह एक अच्छा काम करने वाली नेता हैं. इसलिए मुस्लिम समाज भाजपा में भी रहकर संगीता सिंह को समर्थन देने के लिए तैयार हैं. संगीता सिंह इस बार गोपालगंज किस जिला परिषद के वार्ड नंबर 29 से सदस्य के चुनाव की तैयारी कर रही हैं और हर समाज में अपने कामों और अपनी मिलनसार छवि के दम पर विपक्षियों की नाक में दम कर रही हैं. अब देखना यह है कि उनकी यह छवि वोट में कितनी तब्दील हो पाती है और क्षेत्रवासी उन्हें अवसर देते हैं या नहीं।