हरियाणा बीजेपी नेता चंडीगढ़ में महिला के घर से कूदे तो मौके पर पहुचें पति ने पत्नी से पूंछा ये सवाल@
'एक लड़की' के घर गए थे। क्यों? यह भी कोई सवाल है? अंडरस्टूड है भाई। वर्क सिर्फ ऑफिशियल थोड़े न होता है! पर्सनल वर्क भी होता है। बस अइसहीं लॉक डाउन में 'लक आजमाने' गए थे! समझिए 'भेंट मुलाक़ात' करने पहुंच गए, ट्रैक पर रेस लगाने से पहले वार्मअप ही कर रहे थे कि तभी बाहर से किसी दूसरे व्यक्ति ने कुंडी खटखटायी।
खट! खट!! और इनका दिल करने लगा धक! धक!! दिमाग 'सटक सीताराम' हो गया। लिटरली 'फट कर फ्लावर' हो गया। 'रंगे हाथ' मेरा मतलब है 'रेड हैण्ड' धराने का चांस बन रहा था। नेता जी दूसरी मंजिल से कपड़ा बांधकर उतरने की कोशिश करने लगे। हौले हौले बालमा धीरे धीरे साजना।
'बंजी जम्पिंग' का अटेम्प्ट फेल हो गया। गिर गए चितांग। बन्दे ने 'हिम्मते मर्दां' तो किया लेकिन 'मददे ख़ुदा' न हो पाया। 'गिरत भूमि लटपटाय, मारत मुड़गुनिया' का मनोरम दृश्य उपस्थित हो गया। बेचारे धराशायी ही थे कि किसी ने 'स्माइल प्लीज' कर फोटुआ ले लिया। मारे गए गुलफाम! चाहतों की चिता जल गई। ई तो नेता जी थे, 'ऑर्डिनरी आशिक' रहते तो इस 'उटपटांग' करतूत पर 'धड़पटांग' का भी चान्स था।
इस सबके बाद जब पति पहुंचा तो नेताजी ने मौके से छलांग लगा दी, उसके बाद जब पति ने पूछा कि तेरे इससे कब से रिलेशन है तो पत्नी गिडगिडाती हुई बोली उसे बचा लो में आपके आगे हाथ जोडती हूँ लेकिन पति अपनी जिद पर अड़ा एक हिज सवाल पूंछ रहा था कि तेरे इससे कब से संबंध है?