राष्ट्रीय राजमार्ग हिंदुस्तान-तिब्बत रोड अब दिखेगा एसा, पीएम मोदी के नेतृत्व में तेज गति से विकसित हो रहा #NewIndia का इन्फ़्रास्ट्रक्चर!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तेज गति से विकसित हो रहा #NewIndia का इन्फ़्रास्ट्रक्चर!
हिमाचल प्रदेश में NH-05 (पुराना NH-22) के परवाणू-सोलन खंड को NHDP फेज-III के अंतर्गत परवाणू बाईपास के अंत से लेकर सोलन तक विकसित किया गया है। वर्तमान में यह राष्ट्रीय राजमार्ग हिंदुस्तान-तिब्बत रोड के नाम से जाने जाने वाले प्राचीन और ऐतिहासिक मार्ग का हिस्सा है। 70 के दशक में यह NH स्पेसिफिकेशन में अपग्रेड किया गया है।
इस परियोजना के निर्माण में हाइड्रोलिक पुश लॉन्चिंग ऑफ सुपरस्ट्रक्चर (ISMB) की विधि का उपयोग करके 160 मीटर लंबे वायडक्ट का निर्माण किया गया है, यह इसकी उल्लेखनीय उपलब्धि है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग सोलन, सिरमौर, शिमला, किन्नौर, लाहौल एवं स्पीति और उसके उपखंड, कुल्लू जिले के सेराज क्षेत्र और करसोग उपखंड के जिलों को जोड़ता है, जो राज्य में 30% से अधिक भूमि क्षेत्र का गठन करते हैं। इस परियोजना से प्रदेश के शिमला सेक्शन के अलावा परवाणू शहर, सोलन और सिरमौर जिलों में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक और गैर-प्रदूषणकारी इंडस्ट्रीज आई हैं।
भारत सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश के आदिवासी जिलों किन्नौर/लाहुआल और स्पीति के सीमावर्ती क्षेत्रों को देश तथा विदेशी पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। इन जिलों में सड़क पर यातायात के विकास और राज्य के चहुंमुखी आर्थिक विकास में इन पर्यटकों की आमद ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस परियोजना क्षेत्र में सड़क की ऊंचाई MSL से 874 से 1659 मीटर है। यहा का अधिकतम औसत तापमान गर्मियों में 40 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है और न्यूनतम तापमान कभी-कभी सर्दियों के दौरान 0 डिग्री तक गिर जाता है।