झारखंड में माओवादियों द्वारा लगाए गए 5 शक्तिशाली बमों को किया गया निष्क्रिय
पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों ने झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में भाकपा (माओवादियों) द्वारा लगाए गए पांच शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का पता लगाया।
पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों ने झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में भाकपा (माओवादियों) द्वारा लगाए गए पांच शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का पता लगाया।
सुरक्षाबलों ने मौके से 20 केजी का एक, 12 केजी का एक, 6 केजी का एक और 5-5 केजी का 2 आईईडी विस्फोटक बरामद किया है. सुरक्षाबलों के द्वारा इलाके में सर्च अभियान जारी है.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में इलाके में नक्सलियों द्वारा लगाए गए इसी तरह के बम की चपेट में आकर 10 ग्रामीणों की मौत हो गयी है.जिसमें बच्चे बूढ़े भी शामिल हैं जबकि कई सुरक्षाबल के जवान भी घायल हुए हैं.
भाकपा माओवादी ने इस क्षेत्र में जगह जगह आईईडी बम लगाकर पुलिस को नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रही है लेकिन इसका खामियाजा यहाँ आसपास रहने वाले ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. पुलिस ने पांच बम को बरामद कर एक बड़ी घटना को फिलहाल टाल दिया है.
उन्होंने बताया कि जिले में नक्सल विरोधी अभियानों में लगे सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए भाकपा (माओवादियों) ने आईईडी लगाए थे।
पुलिस को गुप्त सुचना मिली थी की प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता के साथ जंगल में घूम रहे हैं और किसी बड़े विध्वंसक काण्ड की साजिश रच रहे हैं.
पुलिस के एक बयान में सोमवार को कहा गया कि तुंबाहका गांव के पास एक जंगल से 20 किलो और 12 किलो सहित चार आईईडी बरामद किए गए, जबकि वन क्षेत्र में लगाया गया 5 किलो का आईईडी छोटा कुइरा और मारादिरी गांवों के बीच पाया गया।
बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर सभी आईईडी को निष्क्रिय कर दिया।
जिला पुलिस के साथ सीआरपीएफ, कोबरा और झारखंड जगुआर 11 जनवरी से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान में लगे हुए हैं, जब जिला पुलिस को मिसिर बेसरा सहित शीर्ष माओवादी नेताओं की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी,
जिसके सिर पर एक करोड़ रुपये का इनाम है। जिले के कोर कोल्हान क्षेत्र में पुलिस ने कहा कि इस साल जनवरी से भाकपा (माओवादी) द्वारा किए गए आईईडी विस्फोटों में 10 वर्षीय लड़के और दो बुजुर्ग महिलाओं सहित आठ ग्रामीणों की मौत हो गई और सीआरपीएफ कर्मियों सहित लगभग 20 लोग घायल हो गए।