डूब गया एक और सितारा
ज़िन्दगी और मौत की लम्बी जंग के बाद आख़िरकार अटल जी सबको अलविदा कहकर चले गए .
नई दिल्ली
काफी समय से ज़िन्दगी और मौत की जंग लड़ रहे हमारे देश के पूर्व प्रधान मंत्री इस जंग को हार गए .हम सब उनको शत शत नमन करते है .अटल जी एक ऐसे राजनेता थे जिन्होंने सिर्फ दूसरे के बारे में सोचा . वो एक ऐसी छवि के व्यक्ति थे जो हमेशा बोलते थे की अगर मुझे मेरे देश के लिए अपने प्राण भी देने पड़े तो मुझे गर्व का अनुभव होगा . सच में अटल जी .सभी की आखों को नाम करके चले गए. भारतीय जनता पार्टी के 93 वर्षीय दिग्गज नेता को गुर्दे में संक्रमण, मूत्र नली में संक्रमण, पेशाब की मात्रा कम और सीने में जकड़न की शिकायत के बाद 11 जून को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली (एम्स) में भर्ती कराया गया था।एम्स ने कल रात मेडिकल बुलेटिन में कहा था,'पूर्व प्रधामंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पिछले नौ सप्ताह से एम्स में भर्ती हैं दुर्भाग्य से पिछले 24 घंटों के दौरान उनकी हालत बिगड़ी है। उनकी हालत अति गंभीर है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था .उनका जन्म 25 दिसंबर 1925 को हुआ। अपनी प्रतिभा, नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता के कारण वे चार दशकों से भी अधिक समय से भारतीय संसद के सांसद रहे।