MP: 7 छात्रों को हॉस्टल रूम में हनुमान चालीसा पड़ गया भारी, स्टूडेंट्स पर सीहोर VIT ने लगाया 5-5 हजार का जुर्माना, गृहमंत्री ने दिए जांच के आदेश

सीहोर वीआईटी में 20 छात्रों द्वारा हॉस्टल रूम में हनुमान चालीसा पढ़ने पर छिड़े विवाद पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हनुमान चालीसा अगर हिन्दुस्तान में नहीं पढ़ा जाएगा तो और कहां पढ़ा जाएगा।

Update: 2022-07-08 09:57 GMT

भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (VIT-Bhopal) में सात छात्रों द्वारा हनुमान चालीसा पढ़ने पर उन पर पांच-पांच हजार रुपए का जुर्माना लग गया है। आपको बता दें कि यह वहीं कॉलेज जो मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के गृह जिले सीहोर (Sehore) में पड़ता है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मामले की जानकारी मिलते ही प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) का भी बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने यह कहा है कि हनुमान चालीसा अगर हिन्दुस्तान में नहीं पढ़ा जाएगा तो और कहां पढ़ा जाएगा। वहीं गृहमंत्री के कहने पर मामले की जांच कलेक्टर कर रहे है।

क्या है पूरा मामला

एबीपी की एक खबर के अनुसार, वीआईटी के करीब 20 छात्र एक साथ हॉस्टल रूम में जमा हुए और हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे थे। इसके बाद कुछ छात्रों ने इसकी शिकायत कॉलेज प्रशासन से की थी। इस पर एक्शन लेते हुए कॉलेज प्रशासन ने 20 छात्रों की अगवाई करने वाले सात छात्रों पर पांच-पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। इस जुर्माने के एलान के बाद मामले ने ज्यादा तूल पकड़ लिया है।

मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने क्या कहा

इस घटना पर बोलते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा कि छात्रों को कॉलेज परिसर में हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए उन्हें समझाया जा सकता था, लेकिन इसके लिए उनसे जुर्माना वसूला नहीं जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वीआईटी द्वारा दिया गया हुआ जुर्माने का नोटिस वापस लिया जाएगा। मामले में आगे बोलते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा कि हनुमान चालीसा अगर हिन्दुस्तान में नहीं पढ़ा जाएगा तो और कहां पढ़ा जाएगा। राज्य गृहमंत्री ने सीहोर कलेक्टर को इसकी जांच की भी आदेश दे दी है।

क्या है कॉलेज प्रशासन का कहना

खबर के अनुसार, इस पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन का भी बयान सामने आया है। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि वे किसी भी छात्र को पूजा-पाठ के लिए मना नहीं करते है और न ही उन्हें रोकते है। लेकिन बिना अनुमति के कुछ भी सामूहिक रूप से आयोजित करना ठीक नहीं है। कॉलेज प्रशासन के अनुसार, कॉलेज के कमरे के अन्दर और बाहर कुछ भी इकट्ठे रूप से करना वो भी बिना इजाजत सही नहीं है। कॉलेज प्रशासन ने यह भी कहा कि बिना इजाजत इस तरह की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

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