पूर्वोत्तर में तेज भूकंप: असम में 6.4 तीव्रता का भूकंप, कुछ जगहों पर दीवारें टूटीं; उत्तरी बंगाल में भी झटके महसूस किए गए
PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री से बात कर केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
असम में बुधवार सुबह 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की मुताबिक यह भूकंप सुबह 7.51 बजे आया। इसका केंद्र (एपिसेंटर) सोनितपुर जिले में था। इस भूकंप से उत्तर-पूर्व के साथ ही उत्तर बंगाल के कई इलाकों में भी तेज झटके महसूस किए गए। असम के मंत्री हेमंत बिस्व शर्मा ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने तेज झटके महसूस किए थे। गुवाहाटी समेत कई जगहों से दीवारें टूटने और बड़ी दरारें आने की तस्वीरें सामने आई हैं। राहत की बात ये है कि अभी तक किसी की जान जाने की खबर नहीं है।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि लोगों की सलामती की प्रार्थना करते हुए सभी से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं। भूकंप के बारे में सभी जिलों से अपडेट लिया जा रहा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री से बात कर केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।