सिर्फ कोविड से नेगेटिव हो जाना ही अब मायने नहीं रखता..
जिन लोगों ने कोरोना वायरस को हराया है उनमें से 40 फीसदी लोगों में दिल से जुड़ी समस्या देखने को मिली है।
कोविड निगेटिव हो रहे लोगों में हार्ट अटैक आने की खबरें बेहद तेजी से बढ़ी हैं। हालांकि पिछले साल ही एक ग्लोबल जर्नल की रिसर्च स्टडी नेे बता दिया था कि जिन लोगों ने कोरोना वायरस को हराया है उनमें से 40 फीसदी लोगों में दिल से जुड़ी समस्या देखने को मिली है।
कोविड चार ऑर्गन्स पर तगड़ा वार कर रहा है - लिवर, किडनी, लंग्स और हार्ट। इनमें से तीन उसी वक्त दिक्कत पैदा कर रहे हैं जब आप कोविड पॉजिटिव रहते हैं लेकिन हार्ट आपके निगेटिव होने के बाद दिक्कत कर रहा है। जिस तरह कोविड पॉजिटिव होने के बाद 14 दिन का टाइम पीरियड बेहद इम्पोर्टेन्ट होता है वैसे ही निगेटिव होने के बाद अगले एक महीने बेहद इम्पोर्टेन्ट होते हैं खास कर उन लोगों के लिए जिन्हें पहले से कोई हार्ट की दिक्कत नहीं होती।
पोस्ट कोविड शरीर में इन्फ्लेमेशन और ब्लड क्लॉटिंग की समस्या ज्यादा हो रही है जिस वजह से मरीजों में हार्ट से जुड़ी दिक्कतों का चलते मौतों की संख्या लगातार बढ़ी है और ऐसे लोग कोविड से हुई मौतों के आंकड़ों में शामिल भी नहीं हो रहे हैं।
अब जबकि कोविड से निगेटिव हो रहे मरीजों में लगातार हाइपरटेंशन और घबराहट महसूस होने से लेकर हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, स्ट्रोक और पल्मोनरी एम्बोलिज्म जैसी गंभीर दिक्कतें देखने को मिल रही हैं तब इस विषय पर कई रिसर्च को पढ़ने के बाद मेरी यही सलाह है कि रिकवर होने के बाद भी मरीजों को नियमित रूप से कार्डियक स्क्रीनिंग करवानी चाहिए। इसके साथ ही अपने हार्ट का ख्याल रखने के लिए फाइबर और प्रोटीन से भरपूर चीजें खानी चााहिए। तली-भुनी, मसाले वाली चीजें, प्रोसेस्ड और जंक फूड से दूर रहें, एक्सरसाइज करें, वजन बढ़ने न दें और अल्कोहल और स्मोकिंग से जितना दूर रहें उतना बेहतर।
बाकी वैक्सीन जरूर लगवायें, वो अति आवश्यक है।
लेखक वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषण हैं.