राजस्थान के बाद इस राज्य में भी बैन हुई पतंजलि की कोरोनिल, उत्तराखंड सरकार से पतंजलि को नोटिस
रामदेव की दवा कोरोनिल पर राजस्थान सरकार के बाद महाराष्ट्र सरकार ने भी प्रतिबंध लगा दिया है.
कोरोना वायरस का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है. देश में भी हर रोज मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 16 हजार 922 नए केस सामने आये हैं. कोरोना के खात्मे के लिए दुनिया के ज्यादातर देश इसके इलाज की दवा बनाने में जुटे हुए हैं. हालांकि इस बीच बाबा रामदेव के कोरोना की दवा कोरोनिल को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है.
वहीं अब बाबा रामदेव की दवा कोरोनिल पर राजस्थान सरकार के बाद महाराष्ट्र सरकार ने भी प्रतिबंध लगा दिया है. महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कोरोनिल के क्लीनिकल ट्रायल के बारे में अभी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है, ऐसे में महाराष्ट्र में इस दवा की बिक्री पर पाबंदी रहेगी.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को लिखा, 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, जयपुर यह पता लगाएगा कि क्या पतंजलि के 'कोरोनिल' का क्लीनिकल ट्रायल किया गया था. हम बाबा रामदेव को चेतावनी देते हैं कि हमारी सरकार महाराष्ट्र में नकली दवाओं की बिक्री की अनुमति नहीं देगी.'
नोटिस
वहीं कोरोना वायरस की दवा पर छिड़े विवाद के बीच उत्तराखंड सरकार ने पतंजलि की दिव्य फार्मेसी को नोटिस जारी किया है. सरकार का कहना है कि लाइसेंस इम्युनिटी बूस्टर के लिए दिया गया था, ना कि कोरोना की आयुर्वेदिक दवा के लिए. दिव्य फार्मेसी को सात दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है.
प्रचार पर भी रोक
बता दें कि बाबा रामदेव ने ऐलान किया कि पतंजलि ने कोरोना वायरस को हराने वाली दवा बना ली है, जो एक हफ्ते के अंदर मरीजों को पूरी तरह ठीक कर देगी. बाबा इसे बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं. हालांकि दवा लॉन्च होते ही विवादों में है. केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय को जैसे ही इस बात की खबर मिली उसने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस दवा के प्रचार पर रोक लगा दी, साथ ही पतंजलि से आवश्यक जानकारी भी मांगी.