Nepal Landslide: नेपाल में लैंडस्लाइड के बाद नदी में बही दो बसें, पांच किमी तक नहीं चला पता, सर्च ऑपरेशन जारी
Nepal Landslide: नेपाल में शुक्रवार को नदी में बही बसों का अभी तक कुछ पता नहीं चला है. शुक्रवार शाम अंधेरा होने की वजह से सर्च ऑपरेशन को रोक दिया गया. जिसे शनिवार सुबह फिर से शुरू कर दिया गया.
Nepal Landslide: पड़ोसी देश नेपाल में शुक्रवार को हुए भूस्खलन के बाद नदी में बही बसों का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है. इस बीच बचाव दल ने शनिवार सुबह फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. अधिकारियों के मुताबिक, इन दोनों बसों में करीब 65 यात्री सवार थे. दोनों बसें शुक्रवार को हुए भूस्खलन के बाद नदी में बह गईं. इसके बाद नेपाल सेना, सशस्त्र पुलिस बल और नेपाल पुलिस के खोज दल और बचाव कर्मियों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया लेकिन बसों का कहीं कुछ पता नहीं चला. शुक्रवार देर शाम बचाव अभियान को रोक दिया गया. शनिवार सुबह होते ही मुगलिंग-नारायणगढ़ सड़क खंड के साथ त्रिशूली नदी में फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया.
जिला पुलिस कार्यालय, चितवन के डीएसपी भेषराज रिजल के मुताबिक, सर्च ऑपरेशन के लिए टीमें तैनात की गई हैं. उन्होंने कहा कि, "खोज अभियान के लिए टीमों को तैनात किया गया है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि अभियान आसान हो जाएगा क्योंकि पानी का स्तर कल की तुलना में कम हो गया है. बारिश रुक गई है जिससे हमने खोज में नेपाल सेना और सशस्त्र पुलिस बल के 100 से अधिक जवानों को लगाया है. इसके साथ ही गोताखोरों भी बसों की खोज कर रहे हैं."
पांच किमी तक नहीं चला बसों का पता
जानकारी के मुताबिक, नेपाली सुरक्षा एजेंसियों की टीम ने शुक्रवार को उस स्थान से 5 किलोमीटर के दायरे में छानबीन की, जहां भूस्खलन में बसें बह गई थीं, लेकिन उनका पता नहीं चल सका. अंधेरा होने जाने की वजह से शुक्रवार शाम 6 बजे सर्च ऑपरेशन को रोक दिया गया.एक अधिकारी ने कहा, 12 घंटे से अधिक समय के विराम के बाद, ऑपरेशन पूर्ण पैमाने पर फिर से शुरू कर दिया गया है. इससे पहले शुक्रवार को नेपाल सेना ने कहा कि, "सिमलताल में यात्रियों को ले जा रही बसों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर मिलने के बाद, अन्य सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया है. जिसमें चितवन स्थित गोताखोरों सहित अन्य बलों को तैनात किया गया है."
तीन यात्रियों ने बचाई कूदकर जान
अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन में काठमांडू जाने वाली एंजेल बस और गणपति डीलक्स बस नदी में बह गईं. ये बसें काठमांडू से रौतहट के गौर की ओर जा रही थीं. प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि काठमांडू जा रही बस में 24 लोग सवार थे और दूसरी बस में 41 लोग यात्रा कर रहे थे. गणपति डिलक्स पर सवार तीन यात्री वाहन से कूदकर भागने में सफल रहे.