रामपुर: लॉकडाउन के दौरान आधीरात को सड़क पर घूमते पाए गए DM, सिपाही ने पकड़ा तो...
दरअसल डीएम लॉकडाउन कितनी सख्ती के साथ पालन किया जा रहा है, इसकी हकीकत जानने के लिए आधीरात को अपनी कर्मचारी की बाइक लेकर निकले थे
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ये तय माना जा रहा है कि लॉकडाउन दो और हफ्तों के लिए बढ़ सकता है. इस बीच इस लॉकडाउन को कामयाब बनाने में प्रशासन पुरजोर कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में एक मामला सामने आया है जिसमें लॉकडाउन के दौरान रामपुर के जिलाधिकारी आधी रात को सड़क पर घूमते मिले तो सिपाही ने उन्हें बीच में ही रोक लिया और उन्हें लॉकडाउन की अहमियत समझाई. इससे डीएम ने अपनी बाइक घुमाई औऱ वापस लौट गए.
दरअसल यह डीएम और कोई नहीं बल्कि नहीं आंजनेय कुमार सिंह थे. वहीं आंजनेय कुमार सिंह जिन्होंने कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश के दबंग मंत्री आजम खान को जेल में डाल दिया था.
आधी रात को क्यों घूम रहे थे डीएम
दरअसल डीएम लॉकडाउन कितनी सख्ती के साथ पालन किया जा रहा है, इसकी हकीकत जानने के लिए आधीरात को अपनी कर्मचारी की बाइक लेकर निकले थे. इस बारे में उन्होंने अपने कर्मचारियों को भी नहीं बताया था. उन्हें कोई पहचान न पाए इसके लिए उन्होंने हेलमेट भी लगा लिया था. निकलने के बाद वह पूरे दो घंटों तक सड़क पर घूमते रहे. इस दौरान उन्हें केवल दो चेकपॉइंट्स पर रोका गया. कुछ इलाकों में लॉकडाउन की कैसी धज्जियां उड़ाई जा रही है ये तो वह देख ही चुके थे लेकिन उन्होंने उस वक्त किसी से कुछ नहीं कहा. इसके बाद वह आगे बढ़े तो एलआईसी चौराहे पर उन्हें एक सिपाही ने रोका और लॉकडाउन की अहमियत समझाई. सिपाही ने उनसे घर से बाहर निकलने का कारण भी पूछा. पूछताछ के बाद डीएम बिना अपनी सच्चाई बताए वहां से वापस आ गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डीएम ने अगले दिन यानी शनिवार को जिन पॉइंट्स पर लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई गई थी वहां तैनात कर्मचारियों को चेतावनी दी. वही जिस सिपाही ने उन्हें आगे जाने से रोका था उसे भी बुलाया और शाबाशी और प्रमाण पत्र दिया ताकी बाकी सिपाहियों में भी मेहनत और ईमानदारी से काम करने का जज्बा पैदा हो सके.