NIA ने आज वाराणसी में छापेमारी कर ISIS के लिए काम करने वाले एक कट्टरपंथी को गिरफ्तार किया है। यह वॉयस ऑफ हिंद माड्यूल के लिए भारत में प्रभावशाली युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए भर्ती करने का काम करता था। उसे कल दिल्ली की कोर्ट में पेश किया जाएगा। गिरफ्त के आया संदिग्ध आतंकी वाराणसी निवासी 24 वर्षीय बासित कलाम सिद्दीकी है।
29 जून 2021 को दर्ज किया गया था केस
NIA द्वारा 29 जून 2021 को एक मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान यह सामने आया कि वाराणसी निवासी बासित कलाम सिद्दीकी भारत में ISIS की ओर से कट्टरपंथी युवाओं की भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल था। NIA द्वारा 'वॉयस ऑफ हिंद' मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और आईएसजेके के तथाकथित आमिर उमर निसार उर्फ कासिम खुरासानी समेत 6 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद संशोधित रणनीति के तहत एक नई ऑनलाइन पत्रिका वॉयस ऑफ खुरासान के जरिए ऑनलाइन प्रचार को बढ़ावा दिया जा रहा था।
ISIS के संचालकों के सक्रिय संपर्क में था
बासित कलाम ISIS के संचालकों के साथ सक्रिय संपर्क में था। वह वॉयस ऑफ खुरासान पत्रिका के माध्यम से ISIS के प्रचार सामग्री के निर्माण, प्रकाशन और प्रसार में शामिल था। अफगानिस्तान में स्थित ISIS के अपने आकाओं के निर्देश पर वह एक विस्फोटक 'ब्लैक पाउडर' बनाने की कोशिश कर रहा था। साथ ही इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी) के निर्माण के लिए इस्तेमाल होने वाले अन्य घातक रासायनिक पदार्थों के उपयोग के बारे में ज्ञान प्राप्त कर रहा था।
आतंकवादियों के साथ युद्ध में शामिल होना चाहता था
बासित कलाम अपने द्वारा संचालित कई टेलीग्राम समूहों के माध्यम से महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और नागरिक आबादी के खिलाफ आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए विस्फोटक बनाने का प्रशिक्षण भी दे रहा था। वह सक्रिय ISIS आतंकवादियों के साथ युद्ध में शामिल होने के लिए खुरासान को हिजरत करने की भी तैयारी कर रहा था।
उसकी तलाशी के दौरान NIA ने आईईडी और विस्फोटक पदार्थों के निर्माण से संबंधित हस्तलिखित नोट, मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन-ड्राइव जैसी सामग्री जब्त की है।