निकाय चुनाव में मतदाता सूची को लेकर सपा ने ने जताई नाराजगी प्रतिनिधिमंडल अफसरों से मिला।
आगामी नगर निकाय के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मतदाता सूची में नाम न बढ़ाए जाने और रैपिड सर्वे को लेकर अधिकारियों से आपत्ति दर्ज कराई। मंगलवार को सपा पार्षद दल के प्रतिनिधिमंडल ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) / उप जिला निर्वाचन अधिकारी रणविजय सिंह और नगर आयुक्त प्रणय सिंह से अलग-अलग मुलाकात कर विरोध प्रकट किया। सपा के निवर्तमान महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) से कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग का आदेश है कि 20 अक्टूबर तक सभी वार्डों मे घर-घर बीएलओ जाकर मतदाता सूची में नाम बढ़ाने और विलोपित मतदाताओं का नाम काटने का काम करें। मगर, ऐसा नहीं हो रहा है। सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष सुजीत यादव उर्फ लक्कड़ पहलवान ने नगर आयुक्त से कहा कि वार्डों में रैपिड सर्वे की तिथि बढ़ाई जाए। वार्डो में नगर निगम के सर्वेयर प्रत्येक घर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिसके कारण पिछड़ों की जनगणना मानक और आबादी के अनुरूप नहीं हो पा रही है। पिछड़ा वर्ग के लोग आरक्षण न मिलने के कारण चुनाव लड़ने से वंचित हो सकते हैं।
सपा पार्षद और मुख्य सचेतक हारुन अंसारी ने कहा कि अगर रैपिड सर्वे सही से नहीं होगा तो कई मतदाता मतदान से वंचित हो जाएंगे। सपा प्रतिनिधिमंडल की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने आश्वस्त किया कि नगर निगम में शामिल हुए ग्रामीण क्षेत्रों के 84 गांव के मतदाताओं की सूची पर काम चल रहा था, जो लगभग पूरा हो चुका है। जल्द ही राज्य निर्वाचन आयोग को वाराणसी नगर निकाय की मतदाता सूची के संदर्भ में अवगत कराते हुए समय मांगा जाएगा। बीएलओ की नियुक्ति कर प्रत्येक बूथ के मतदाताओं के नाम बढ़ाने और काटने के लिए घर-घर जाने की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू की जाएगी। जागरूक मतदाता और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए फॉर्म भर कर आधार कार्ड और फोटोकॉपी संलग्न कर उसमें अपना मोबाइल नंबर लिख कर बीएलओ के पास भी जमा कर सकते हैं।
प्रतिनिधिमंडल में सपा के जिला महासचिव आनंद मौर्या, शहर दक्षिणी विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी किशन दीक्षित, पार्षद दल के पूर्व नेता विजय जायसवाल, मुख्य सचेतक/ पार्षद हारुन अंसारी, पार्षद गोपाल यादव, पार्षद राजेश पासी, पार्षद जमाल अंसारी, अल्पसंख्यक सभा के निवर्तमान महानगर अध्यक्ष जावेद अंसारी और सत्यनारायण यादव शामिल थे।