बीएचयू में होगा "आदर्श ग्राम सम्मेलन"! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे उद्घाटन...
बीएचयू में होगा "आदर्श ग्राम सम्मेलन"! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे उद्घाटन...
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में 11 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7th आदर्श ग्राम सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह राष्ट्रीय सम्मेलन BHU स्थित मैनेजमेंट फैकल्टी में तीन दिन यानी कि 13 नवंबर तक चलेगा। आज BHU स्थित मैनेजमेंट फैकल्टी में प्रेस वार्ता के दौरान कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि दक्षिण भारत के कृषि विशेषज्ञों की टीम अब पूर्वांचल के किसानों और नीति नियंताओं को खेती-किसानी के गुर सिखाएंगे। दक्षिण भारत के 4 राज्यों के 200 से ज्यादा गांवों को आदर्श रूप दिया जा चुका है। वहीं अब उत्तर भारत के पूर्वांचल से इसकी शुरुआत की जा रही है।
पूर्वांचल के गांव को ग्लोबल विलेज का रूप दिया जाएगा। अगले 8 साल में गांवों को हर तर्ज पर स्मार्ट बनाने के लिए सरकार को प्रपोजल देने की तैयारी है। इसके लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में 11 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7th आदर्श ग्राम सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह राष्ट्रीय सम्मेलन BHU स्थित मैनेजमेंट फैकल्टी में तीन दिन यानी कि 13 नवंबर तक चलेगा। आज BHU स्थित मैनेजमेंट फैकल्टी में प्रेस वार्ता के दौरान कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि दक्षिण भारत के कृषि विशेषज्ञों की टीम अब पूर्वांचल के किसानों और नीति नियंताओं को खेती-किसानी के गुर सिखाएंगे। दक्षिण भारत के 4 राज्यों के 200 से ज्यादा गांवों को आदर्श रूप दिया जा चुका है। वहीं अब उत्तर भारत के पूर्वांचल से इसकी शुरुआत की जा रही है।
दक्षिण भारत में कृषि विकास को लेकर काम करने वाली संस्थान व्हील ग्लोबल फाउंडेशन के स्मार्ट विलेज डेवलपमेंट के प्रमुख प्रदीप कपूर ने कहा कि यह इस तीन दिवसीय कांफ्रेंस में अमेरिका और यूरोप समेत 20 देशों के 800 से ज्यादा शोधार्थी और वैज्ञानिक आएंगे। वहीं, 50 से अधिक कंपनियों और विश्वविद्यालयों के डेलीगेट्स आ रहे हैं। कार्यक्रम के अंतिम दिन रविवार को बेस्ट प्रैक्टिस का प्रतियोगिता आयोजित कराई जाएगी। इसमें विजेताओं को कैश प्राइज भी दिए जाएंगे।
पहला सम्मेलन स्टैनफोर्ड में हुआ था
पहला आदर्श ग्राम सम्मेलन 15 जून, 2016 में अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ स्टैनफोर्ड में हुआ था। इसी में एक आदर्श गांव की परिकल्पना की गई थी। इस गांव में इंटरनेट की बेहतर कनेक्टिविटी, रूरल हेल्थ, एग्रीकल्चर, जल और सैनिटेशन, हेल्थ, केयर, न्यूट्रिशन, एजुकेशन, स्किल, एनर्जी, एनवार्यामेंट, आजीविका को लेकर बेहतर काम किया गया है।
पूर्वांचल में आदर्श गांवों के निर्माण के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन की शुरुआत की जानी है। साल 2030 तक भारत की ग्रामीण आबादी के 20% या उससे ज्यादा हिस्सेदारी वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। एक ऐसी ग्रामीण अर्थव्यवस्था का निर्माण करना है जा जो कि देश की GDP में अपना बड़ा योगदान दे।