काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद बाबा के यहां उमड़ रहे हैं भक्त! आरती में भी संख्या हुई दुगनी....
काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद बाबा के यहां उमड़ रहे हैं भक्त! आरती में भी संख्या हुई दुगनी....
बाबा विश्वनाथ का धाम लोकार्पण के साथ ही नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण के बाद देवों के देव महादेव का आंगन दिव्य और भव्य होने के साथ सुविधायुक्त हुआ तो शिव भक्तों का रिकॉर्ड आवागमन होने लगा। भगवान विश्वनाथ के धाम में लोकार्पण के बाद बाबा की आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है।
दैनिक आरती में शामिल होते हैं श्रद्धालु
श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। आदि विशेश्वर के दर्शन के साथ ही उनकी आरती में शमिल होने का भी विशेष महत्व है। विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण के बाद सावन के महीने में 1 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। वहीं धाम के लोकार्पण के बाद बाबा की आरती में शामिल होने वालों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ के दिन की शुरुआत मंगला आरती से होती है। दोपहर में भोग आरती, शाम को सप्तऋषि आरती और उसके बाद बाद श्रृंगार भोग आरती होती है। रात्रि में महादेव के शयन के समय शयन आरती होती है ,जिसमें टिकट की बिक्री नहीं होती है।
भक्तों की संख्या और बढ़ने की संभावना
काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि टिकट के माध्यम से सुगम दर्शन के द्वारा काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के पहले दिसंबर 2020 से सितंबर 2021 तक चारों दैनिक आरती में शामिल होने वाले भक्तों की संख्या 58,096 थी। लोकार्पण के बाद चारों आरती में शामिल होने वालों की संख्या दोगुनी से अधिक होकर 1,26,510 हो गई। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में आरती में शामिल होने वालों भक्तों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के अर्चक नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि श्री विश्वनाथ भगवान की आरती चारों वेदों पर आधारित है। उन्होंने बताया कि महादेव के दर्शन के साथ भक्तों को आरती का विशेष फल मिलता है।