बीएचयू के छात्रों ने शोध प्रवेश परीक्षा में धांधली का आरोप लगाकर हिंदी विभाग को किया बंद! शिक्षक समझाने में जुटे...
बीएचयू के छात्रों ने शोध प्रवेश परीक्षा में धांधली का आरोप लगाकर हिंदी विभाग को किया बंद! शिक्षक समझाने में जुटे...
काशी हिंदू विश्वविद्यालय एक बार फिर गरम हो गया है। बीएचयू में हिंदी विभाग के 2 छात्रों ने विभाग को अंदर से बंद कर लिया है। जिससे बीएचयू के हिंदी विभाग की व्यवस्था चरमरा गई है। इन दोनों छात्रों का आरोप है कि बीएचयू में जो शोध प्रवेश परीक्षा हुई थी उस में भारी अनियमितता बरता गया है। छात्रों का कहना है कि कुलपति जी ने इस पर एक जांच कमेटी भी गठित की थी जिसका रिपोर्ट अभी तक नहीं दिया गया है। जब तक हमें रिपोर्ट नहीं दिया जाएगा हम यहां से कहीं नहीं जाएंगे। वहीं विभाग में मेन गेट पर ताला बंद हो जाने के कारण छात्र और कर्मचारी शिक्षक सभी बाहर हैं।
वही मेन गेट पर तालाबंदी के कारण स्टूडेंट्स की पढ़ाई बाधित है। टीचर और स्टूडेंट्स बाहर खड़े हैं और ताला खुलने का इंतजार कर रहे हैं।इस पूरे घटना पर हिंदी विभाग के छात्र उमेश यादव ने बातचीत में बताया कि शोध प्रवेश परीक्षा 2022 में भारी अनियमितता किया गया है। जिसके लिए हम लोग बीते 8 अगस्त 2022 को धरने पर भी बैठे थे। हमारे धरने पर बैठने के कारण बीएचयू प्रशासन ने अंजलि पर एक फैक्ट फैंडिंग कमेटी का गठन किया था। मगर आज 4 महीने बीत जाने के बावजूद इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट अभी तक नहीं सौंपी है। बीएचयू प्रशासन हम छात्रों के भविष्य के साथ भयंकर खिलवाड़ कर रहा है। इसीलिए आज हम लोगों ने ताला बंद करके धरने पर बैठने का फैसला किया है। जब तक हम लोगों को कमेटी की रिपोर्ट नहीं मिल जाएगी हम लोग आज धरने पर से नहीं उठेंगे।
उधर इस पुरे मामले में बीएचयू विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षा कर्मी और हिंदी विभाग के प्रोफेसर दोनों पूर्व छात्रों को समझा-बुझाकर गेट खुलवाने के प्रयास में लगे हुए हैं।