नवनीत मिश्र
ऑक्सीजन के अभाव में तड़पते मरीजों को देख बीएचयू के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. वीएन मिश्र ने कुछ रोज पहले मोबाइल ऑक्सीजन प्वाइंट शुरू करने का प्लान बनाया। आखिरकार, उनकी टीम इस सेवा को धरातल पर उतारने में सफल रही। बीएचयू के कुल 5 डॉक्टरों ने मिलकर यह पहल की है।
बीएचयू के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट ही कार्यरत जौनपुर के डॉ. वरुण सिंह भी इस टीम का हिस्सा हैं। साथ ही प्रो आर एन चौरसिया, डॉ अभिषेक पाठक, डॉ आनंद कुमार ने मिलकर महामना मोबाइल ऑक्सीजन प्वाइंट को हकीकत बना दिया। अब काशी में जरूरतमंद मरीजों को इस तरह से ऑक्सीजन नसीब हो रही है। बेशक, इस व्यवस्था से पूरी सूरत नहीं मिल सकती। काशी के सारे मरीजों को मदद नहीं मिल सकती है, लेकिन कुछ सरकारी डॉक्टरों ने निजी प्रयास से एक रास्ता दिखाया है।
अगर देश के हर शहर में वहां के कुछ डॉक्टर्स दो से तीन ऐसी वैन की व्यवस्था कर दें तो भी काफी मरीजों की जान बच सकती है। 16 सिलिंडर से एक बार में 32 मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा मिल सकतीहै। बीएचयू कैंपस में अभी दो से तीन और मोबाइल ऑक्सीजन प्वाइंट खुलेंगे।